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1-वित्त मंत्री ने जम्मू और कश्मीर के लिए लांच की तेजस्विनी,हौसला,शिखर और शिकारा योजना

Table of Contents

तेजस्विनी,हौसला,शिखर और शिकारा योजना लांच

चर्चा क्यों है-24 नवंबर 2021 केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने जम्मू और कश्मीर के लिए तेजस्विनी,हौसला,शिखर और शिकार योजना को लांच किया।
उद्देश्य –जम्मू और कश्मीर में उद्यमिता को और रोजगार को बढ़ावा देना।
तेजस्विनी योजना-इस योजना के तहत 18-35 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों को व्यवसाय शुरू करने के लिए 5 लाख की वित्तीय सहायता दी जाएगी।
हौसला योजना- इस योजना के तहत महिला उद्यमिओं को उनके सम्बंधित क्षेत्र में कौशल विकास प्रदान करने के साथ ऋण सहायता, विपणन सहायता और परामर्श देकर सशक्त बनाया जायेगा ताकि अपने क्षेत्र में रोल मॉडल बन सके। इसको जम्मू एंड कश्मीर ट्रेड प्रमोशन आर्गेनाईजेशन के तहत शुरू किया गया है।
शिकारा योजना-इस योजना के तहत नए शिकारा की खरीद,तथा शिकारा और हाउसबोट की मरम्मत एवं रखरखाव हेतु सात वर्षों में ईएमआई मोड के तहत सुविधाजनक पुनर्भुगतान के साथ 15 लाख रुपये की ऋण सुविधा प्रदान की जाएगी।
शिखर योजना-इस योजना के अंतर्गत होटल,टूर एंड टूरिज्म व्यवसाय के लिए 2 करोड़ रुपये तक का क्रेडिट जरुरत प्रदान की जाएगी।
प्रमुख तथ्य-:वित्त मंत्री ने शोपिया और बारामुला में ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान भवन की आभासी रूप से आधारशिला रखीं।
:इंडस्ट्रियल क्लस्टर डेवलपमेंट योजना के तहत जम्मू के उद्योग और वाणिज्य विभाग की निदेशक को 200 करोड़ का चेक नहीं प्रदान कीं।
:विभिन्न बैंकों के 306 करोड़ के लिए 145 लाभार्थियों को विभिन्न क्रेडिट लिंक्ड योजनाओं के लिए स्वीकृति पत्र दिए।
:जम्मू-कश्मीर में रियासी जिले में सलाल,बग्गा और बुधन की जम्मू-कश्मीर बैंक शाखाओं का उद्घाटन किया।
:नाबार्ड (राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक) वित्त वर्ष 2020-21 के लिए, जम्मू-कश्मीर में बुनियादी ढांचे के विकास हेतु ग्रामीण बुनियादी ढांचा विकास कोष (आरआईडीएफ) के तहत 787 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 1,500 करोड़ रुपये करेगा।
:आर्थिक विकास में और तेजी लाने के लिए, बैंक जम्मू और कश्मीर में पिछले वर्ष के स्तर के लिए अपने जमीनी स्तर के ऋण को बढाकर 14,735 करोड़ से रु. चालू वित्त वर्ष में 16,000 करोड़ करेंगे।

2-अंतर्राष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस 2021

अंतर्राष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस 2021

चर्चा क्यों है-संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिवर्ष 25 नवंबर को अंतर्राष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन मनाया जाता है।
इस वर्ष की थीम है-Orange the World:End Violence against Women Now! (ऑरेंज द वर्ल्ड: एंड वायलेंस अगेंस्ट वूमेन नाउ)
चुकि नारंगी रंग महिलाओं एवं लड़कियों के विरुद्ध हिंसा मुक्त एक उज्जवल भविष्य का प्रतिनिधित्व करता है।
उद्देश्य क्या है-इसका उद्देश्य दुनिया भर में महिलाओं के साथ हो रहे बलात्कार,उत्पीड़न,घरेलु हिंसा व हिंसा के अन्य रूपों के प्रति जागरूक करना।
क्यों मनाया जाता है -:यह दिन तीन मिराबल बहनों को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है,जो डोमिनिक गणराज्य की राजनीतिक कार्यकर्त्ता थी,जिन्हे देश के शासक राफेल त्रुजिलो (शासन काल 1930 -1961) ने 1960 में बड़ी बेरहमी से हत्या करवा दी थी।
:1981 में महिला कार्यकर्ताओं ने 25 नवंबर को लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ दिवस के रूप में मनाया गया,जिसे संयुक्त राष्ट्र ने 7 फ़रवरी 2000 को इस दिवस को आधिकारिक रूप से मान्यता दे दी।
प्रमुख तथ्य-:इस साल इस को यूनाइट अभियान के तहत आयोजित किया गया।
:संयुक्त राष्ट्र लोगो को जागरूक करने के लिए 25 नवंबर से 10 दिसंबर तक 16 डेज ऑफ़ एक्टिविज्म का आयोजन करेगा।
:संयुक्त राष्ट्र के अनुसार हर 3 में से 1 महिला अपने पुरे जीवन काल में शारीरिक या यौन हिंसा का शिकार होती है।
:संयुक्त राष्ट्र के अनुसार महिलाओं के खिलाफ हिंसा और उत्पीड़न को रोकना और उसका जवाब देना,मानवाधिकार,लैंगिक समानता और सार्वजनिक स्वास्थ्य हमारी प्राथमिकता है।

3-NFHS सर्वे -5 के अनुसार पुरुषों की तुलना में महिला आबादी ज्यादे। 

राष्ट्रीय परिवार एवं स्वास्थ्य सर्वेक्षण -5

चर्चा में क्यों है-हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से राष्ट्रीय परिवार एवं स्वास्थ्य सर्वेक्षण अर्थात NFHS-5 के दूसरे चरण की रिपोर्ट जारी की गयी है
परिणाम-नए आंकड़ों के मुताबिक भारत में प्रति 1000 पुरुषों पर 1020 महिलाएं हो गई है उसका कारण था ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में प्रजनन दर का क्रमशः 2.1% और 1.6% होना।
राष्ट्रीय परिवार एवं स्वास्थ्य सर्वेक्षण-एनएफएचएस पूरे भारत के घरों में प्रतिनिधि नमूने के तौर पर बड़े पैमाने पर आयोजित किया जाने वाला सर्वेक्षण है,इस सर्वेक्षण को भारत में पहली बार साल 1992 93 में और दूसरी बार 1998-1999 में किया गया था।
प्रतिनिधि नमूना-यह आबादी के यह सबसेट अर्थ उप-सम्मुचय होता है जो बड़े समूह की विशेषताओं को बड़े सटीकता से बताता है,इसलिए इनका उपयोग जनसख्या के आकार पर सटीक जानकारी के लिए किया जाता है क्योकि ये इस प्रकार के सांख्यिकीय विश्लेषण में उपयोगी होते है।
प्रमुख तथ्य-:यह पहली बार हुआ है कि किसी एनएफएचएस सर्वेक्षण या जनगणना के दौरान लिंगानुपात महिलाओं के पक्ष में रहा है।
:वर्ष 2005-06 में आयोजित एनएफएचएस-3 के मुताबिक यह अनुपात बराबर था यानि प्रति हजार पुरुषों पर हजार महिलाएं।
:किंतु वर्ष 2015-16 में आयोजित एनएफएचएस-4 में यह अनुपात घटकर 991 हो गया था।
:एनएफएचएस-5 का आयोजन 2019-2021 केबीच दो चरणों में किया गया जिसमे पुरे देश से 707 जिलों शामिल किया गया था।
:चरणों-2 में जिन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का सर्वेक्षण किया गया वे है- अरुणाचल,प्रदेश,चंडीगढ़,छत्तीसगढ़,हरियाणा,झारखंड,मध्य प्रदेश,दिल्ली,उड़ीसा, पुडुचेरी,पंजाब,राजस्थान,उत्तर प्रदेश,और उत्तराखंड।
:22 राज्य और 22 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में संबंधित डाटा दिसंबर 2020 में चरण 1 के तहत जारी किया गया था।
जनगणना 2011 के लिंगानुपात संबंधित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य-

सर्वाधिक लिंगानुपात वाला राज्य -केरल1084
न्यूनतम लिंगानुपात वाले राज्य-हरियाणा 879
सर्वाधिक लिंगानुपात वाले केंद्र शासित प्रदेश-पुडुचेरी 1037
न्यूनतम लिंगानुपात वाला केंद्र शासित प्रदेश-दमन और दीव 618

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4-त्रिपक्षीय अभ्यास दोस्ती के 15वें संस्करण का समापन 

चर्चा क्यों है-हाल ही में पांच दिवसीय त्रिपक्षीय तटरक्षक बल अभ्यास “दोस्ती” का मालदीव समापन हो गया।
उद्देश्य-इस त्रिपक्षीय अभ्यास दोस्ती का उद्देश्य तीनों देशों के बीच दोस्ती को मजबूत करना और आपसी परिचालक क्षमता को बढ़ाकर देशों के बीच सहयोग का निर्माण करना।
महत्त्व-इस अभ्यास में समुद्री दुर्घटनाओं में सहायता प्रदान करने,समुद्री प्रदूषण को समाप्त करने,और तेल रिसाव जैसी स्थितियों के दौरान तटरक्षक बल की प्रक्रिया और आचरण पर ध्यान केंद्रित किया गया
प्रमुख तथ्य-:यह अभ्यास 20-24 नवंबर के बीच मालदीव में आयोजित किया गया था।
:इस अभ्यास का यह 15वाँ संस्करण था जो वर्ष 1991 में शुरू हुआ था।
:प्रारम्भ में यह भारत और मालदीव के तटरक्षक बालों के बीच द्विपक्षीय अभ्यास था,फिर श्रीलंका ने पहली बार इस अभ्यास में 2012 में भागीदारी की थी।
:इस बार आयोजित यह अभ्यास इसके 30 वर्षों को भी चिन्हित करता है।
:इस अभ्यास में तीनों देशों के पोतों ने भाग लिया भारत की ओर से-ICGS वज्र और अपूर्व तथा श्रीलंका से SLCGS सुरक्षा ने भाग लिया था
:अगस्त माह में तीनों देशों के उच्च अधिकारियों के बीच एक आभासी बैठक का आयोजन भी किया गया था,जिसमे तीनों देशों ने चार प्रमुख स्तम्भों पर काम करने के लिए सहमत हो गए।
:ये चार स्तम्भ है-मानव तस्करी,समुद्री सुरक्षा,साइबर सुरक्षा,तथा आतंकवाद विरोधी अभियान।
:सुरक्षा अधिकारीयों की यह बैठक महत्वपूर्ण थी क्योकि 6 साल बाद एनएसए स्तर की वार्ता को चिन्हित किया गया था।
:इस अभ्यास के समय मालदीव की रक्षा मंत्री मारिया दीदी भी अपनी 6 दिवसीय भारतीय दौरे पर थी,जो भारतीय नौसेना अकादमी में पासिंग आउट परेड की समीक्षा करने वाली पहली विदेश मंत्री बनी।

5-स्वीडन की पहली महिला PM ने चुने जाने के तुरंत बाद इस्तीफा दे दिया। 

चर्चा का कारण-स्वीडन की पहली महिला PM मैग्डेलेना एंडरसन ने शपथ लेने के बाद 12 घण्टे के अंदर ही इस्तीफा दे दिया। ये डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता है और ग्रीन पार्टी से गठबंधन के बाद पहली महिला प्रधानमंत्री चुनी गयी थी।
कारण क्या था-संसद(रिस्डैग) द्वारा बजट विधेयक ख़ारिज करने के बाद ग्रीन पार्टी ने अपना समर्थन वापस ले लिया था।
प्रमुख तथ्य-:देश की पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में सरकार का गठन किया था।
इससे पहले वे वित्त मंत्री के रूप में अपनी सेवाएं दे चुकी है।
:संसद(रिस्डैग) में 349 सीटें है जिसमे से 117 समर्थन में और 174 विरोध में थे,57 अनुपस्थित और एक डिप्टी भी अनुपस्थित था।

6-हाइड्रोजन ऊर्जा पर पहला अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन 

सन्दर्भ-हाल ही में नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने हाइड्रोजन ऊर्जा पर पहले अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन किया,जिसका विषय था –हाइड्रोजन ऊर्जा-नीतियों बुनियादी ढांचे के विकास और चुनौतियां।
उद्देश्य- सम्मलेन का उद्देश्य ग्लास्गो में COP-26 सम्मलेन में प्रधानमंत्री द्वारा प्रस्तुत पांच सूत्री एजेंटों को प्राप्त करने की दिशा में कदम आगे बढ़ाना तथा भारत में हाइड्रोजन ऊर्जा के सभी पहलुओं पर चर्चा करने के लिए सभी हितधारकों को एक ही मंच पर एकत्र करना।
प्रमुख तथ्य-:सम्मेलन का आयोजन केंद्रीय सिंचाई और बिजली बोर्ड द्वारा किया जा रहा है।
सम्मलेन में भारत के 60 संगठनो के लगभग 200 प्रतिभागी सहित 3 अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं।
:हाइड्रोजन ब्रह्मांड में सबसे अहम् तत्वों में से एक है साथ ही है,साथ ही यह स्वच्छ और निम्न कार्बन ऊर्जा प्रणाली के संक्रमण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।इसकी परमाणु संख्या-1 होती है तहत परमाणु भार 1.00794 होता है।

:यह परिवहन और बिजली उत्पादन के लिए एक स्वक्छ और आकर्षक ईंधन के विकल्प के रूप में उपलब्ध है।
:इसका उपयोग घरों में,कारों में पोर्टेबल ऊर्जा के रूपों में तथा अन्य अनुप्रयोगों में किया जा सकता है।
केंद्रीय सिंचाई और विद्युत बोर्ड- इसका गठन वर्ष 1927 में किया गया था,जिसका मुख्य उद्देश्य है,विभिन्न तरीकों से तकनीकी ज्ञान का प्रसार करना,जैसे- सम्मेलनों,सेमीनारों,और कार्यशालाओं,तथा प्रशिक्षण कार्यक्रम आदि का आयोजन करना।

7-आपदा प्रबंधन पर पांचवी विश्व कांग्रेस का उद्घाटन किया गया 

चर्चा क्यों है- रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने आज आपदा प्रबंधन पर पांचवी विश्व कांग्रेस (WCDM) का आभासी रूप से उद्घाटन किया,जिसका आयोजन IIT-दिल्ली में 24-27 नवंबर 2021 तक किया जायेगा।
उद्देश्य क्या है-इसका उद्देश्य तीन महत्वपूर्ण मुद्दों जैसे -प्रौद्योगिकी(टेक्नोलॉजी),वित्त(फाइनेंस),और क्षमता(कैपेसिटी) पर विचार विमर्श करना है जो आपदाओं के लिए सबसे गंभीर चुनौतियों का सामना करते हैं।
प्रमुख तथ्य-:इस कार्यक्रम में आपदा प्रबंधन पर पोस्टर,प्रस्तुतियों,प्रदर्शनियों और स्टार्टअप्स को प्रदर्शित किया जायेगा।
:इसके साथ ही इसमें कई विषयगत सत्र,विशेष तकनीकी सत्र,पूर्ण सत्र,समवर्ती सत्र,और सम्मलेन पूर्व कार्यक्रम भी शामिल होंगे।
:WCDM के अब तक चार संस्करण हो चुके है -पहला -2008 हैदराबाद में,दूसरा-2015,विशाखापत्तनम में,तीसरा-2017,विशाखापत्तनम में,चौथा-मुंबई में आयोजित किया गया था।
:आपदा प्रबंधन पर विश्व कांग्रेस(WCDM),आपदा प्रबंधन पहल और अभिसरण सोसाइटी(DMICS) की एक खास पहल है,जो आपदा जोखिम प्रबंधन के विभिन्न चुनौतीपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के लिए दुनियाभर के नीति निर्माताओं,शोधकर्ताओं,और पेशेवरों को एक मंच पर लाता है।
:WCDM संयुक्त राष्ट्र प्रणाली के बाहर आपदा प्रबंधन पर सबसे बड़े वैश्विक सम्मेलन के रूप में उभरा है।

पंजीकरण करने हेतु-    आपदा प्रबंधन पर पांचवी विश्व कांग्रेस 

8-भारतीय वायुसेना में शामिल हुई 2 मिराज 2000 लड़ाकू विमान। 

मिराज 2000
मिराज 2000

चर्चा का कारण- हाल ही में भारतीय एयरफोर्स बड़े को दो नए मिराज 2000 लड़ाकू विमान मिले हैं,फ्रांस से प्राप्त ये मिराज 2000 ट्रेनर संस्करण विमान ग्वालियर एयरबेस पहुंच चुके है।
प्रमुख तथ्य- :मिराज फ्रांस स्थित डसॉल्ट एवियशन का मल्टीरोल सिंगल इंजन फाइटर जेट है,जिसे भारत सेकंड हैंड रूप में इसका अधिग्रहण कर रहा है
:हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड में चल रहे मिराज अपग्रेड प्रोग्राम के तहत अब इन विमानों को नवीनतम मानकों पर अपग्रेड किया जाएगा।
:यह अधिग्रहण वास्तविक नियत्रण रेखा पर चीन के साथ तनाव बढ़ाने वाली स्थितियों के मद्देनजर और भी महत्वपूर्ण हो जाता है।
मिराज लड़ाकू विमान- :दसॉल्ट एविएशन द्वारा विकसित इस विमान ने अपनी पहली उड़ान साल 1978 में भरी और साल 1984 में इसे फ्रांसीसी वायुसेना में शामिल किया गया, भारत में पहली बार साल 1985 में कमीशन किया गया था,जिसे वायुसेना में वज्र नाम दिया गया था।
:1999 के कारगिल युद्ध में मिराज 2000 में निर्णायक भूमिका निभाई थी।
:इसमें SNECMA M 53 नामक सिंगल शॉफ्ट इंजन लगा है जो इसे हल्का और सरल बनाता है,विमान का वजन 7500 किलोग्राम है तथा कुल टेकऑफ वजन 17000 किलोग्राम है।
:यह विमान 2.2 मैक यानी 2336 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम गति प्राप्त कर सकता है।
:यह हवा से हवा और हवा से हवा से सतह में मार करने वाली मिसाइल को ले जाने में सक्षम है।

9-सुप्रीम कोर्ट-क्या दोषसिद्ध व्यक्तियों पर आजीवन चुनाव प्रतिबंद्ध लगा सकती है सरकार 

चर्चा क्यों है- हाल ही में एक दायर याचिका के जवाब में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से पूछा है कि क्या दोषसिद्ध व्यक्तियों को चुनाव लड़ने पर आजीवन प्रतिबंद्ध लगाने के पक्ष में है।इस पर केंद्र सरकार ने स्पष्ट रूप से इंकार किया है।
तर्क था- राजनेता,सुचरित्र और अंतःकरण के साथ देश और देश के नागरिकों की सेवा से बंधे होते है,ऐसे में किसी विशिष्ट सेवा की तरह नहीं बंधा जा सकता है ये बात सत्य है की पिछले कुछ समय से राजनीती का अपराधीकरण हुआ है जिससे लोकतंत्र कमजोर हुवा है और होगा भी परन्तु इन सब के बाद भी अदालत इस विषय पर कानून नहीं बना सकती है। इसके लिए पहले से ही जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 के अंतर्गत कारावास समय और उसके पश्चात 6 साल निर्हरता का प्रावधान है।
:निर्वाचन आयोग भी 2017 में उच्चतम न्यायायलय में, चुनाव लड़ने के लिए आजीवन प्रतिबन्ध लगाने की जरुरत है,का समर्थन कर चूका है,क्यों कि इससे राजनीती का गैर अपराधीकरण होगा तथा संविधान में निहित समानता के अधिकार और मौलिक अधिकारों की रक्षा होगी तथा इसकी भावना भी बनी रहेगी।
कौन से कदम उठाने चाहिए-:देश में इस तरह के बहुत से लंबित मामलें है जिनमे से सबसे ज्यादे मामले उत्तर प्रदेश में है ऐसे में न्यायालों को विशेष सत्र और मजिस्ट्रियल अदालतों के गठन के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुपालन में विलम्ब नहीं करना चाहिए।
:राजनीतिक दलों की निगरानी के लिए एक अलग प्रकोष्ठ बनान चाहिए।
:चुनाव आयोग द्वारा लांच किये गए ऐप का प्रयोग प्रभावी रूप से करनी चाहिए ताकि उम्मीदवार की आपराधिक रिकार्ड्स का पता चल सके।
:सूचना के अधिकार को और प्रभावी बनाना चाहिए।
>हालाकि यह अभी कठिन डगर है क्योकि सभी दलों का कही न कही जीत की संभावनाओं से जुड़ाव इसे एक फॉर्मूला बनाता है अगर हम 2019 के चुनाव को देखे तो 233 सांसदों के ऊपर आपराधिक मुकदमें चल रहे थे जो 2009 के मुकाबले 44% ज्यादे थे। 2014 में 185 पर आपराधिक मुकदमें।जबकि 2009 में 162 आपराधिक मुकदमें चल रहे थे।

10-आज मनाया जा रहा है संविधान दिवस

चर्चा क्यों है-भारत में हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है क्योकि इसी दिन यानि 26 नवंबर 1949 को संविधान को अंगीकार किया गया था,जिसके याद में इस दिवस को मनाया जाता है।
उद्देश्य-इसका उद्देश्य नागरिकों को इस दिवस के महत्त्व को बताना तथा संवैधानिक मूल्यों को बढ़ावा देना है।
प्रमुख तथ्य-:इस दिन को राष्ट्रीय विधि दिवस के रूप में भी जाना जाता है।
:अंगीकार के बाद सविधान को 26 जनवरी 1950 को आधिकारिक रूप से अपनाया गया था.
:इस दिवस को पहली बार 2015 में बनाया गया था.जब सामाजिक न्याय मंत्रालय ने इस दिवस को मनाने के केंद्र के निर्णय को अधिसूचित किया था।
:यह दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान है,संविधान के प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे डॉक्टर भीमराव रामजी अंबेडकर जो बाद में भारत के पहले विधि मंत्री बने।
:इन्हे भारतीय संविधान का जनक कहा जाता है।
:इसके निर्माण में कुल 2 वर्ष 11 महीने और 18 दिन लगे थे।
:भारतीय संविधान में एकात्मक विशेषताओं के साथ संघीय प्रणाली की व्यवस्था है।
:भारतीय संविधान की मूल संरचना भारत सरकार अधिनियम 1935 पर आधारित है।
:भारतीय संविधान की विशेषताओं को ब्रिटेन,आयरलैंड,जापान,अमेरिका,दक्षिण अफ्रीका,जर्मनी,ऑस्ट्रेलिया,रूस और कनाडा सहित कुछ देशों से लिया गया है।

:भारतीय संविधान की प्रतियों को प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने लिखी थी।  

 


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By gkvidya

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