सन्दर्भ-भारत-ऑस्ट्रेलिया ऊर्जा संवाद 15 फरवरी, 2022 को आयोजित किया गया जिसकी अध्यक्षता केन्द्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री आर.के. सिंह और सह-अध्यक्षता आस्ट्रेलियाई के ऊर्जा एवं उत्सर्जन न्यूनीकरण मंत्री श्री एंगस टेलर ने की।
प्रमुख तथ्य-चर्चा का मुख्य विषय ऊर्जा के क्षेत्र में बदलाव था।
:दोनों देशों के ऊर्जा मंत्रियों ने नवीकरणीय ऊर्जा, ऊर्जा दक्षता, भंडारण,ईवी,महत्वपूर्ण खनिजों,खनन आदि पर विस्तार से चर्चा की।
:भारत द्वारा ऊर्जा के क्षेत्र में बदलाव से जुड़े विकासशील देशों के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए जलवायु वित्त पोषण पर भी प्रकाश डाला गया।
:इस संवाद के दौरान भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा से संबंधित प्रौद्योगिकी से जुड़े एक आशय – पत्र पर हस्ताक्षर किए गए।
:इस आशय – पत्र का मुख्य जोर बेहद कम लागत वाले सौर और स्वच्छ हाइड्रोजन के उत्पादन और उसकी तैनाती को बढ़ाने पर होगा।
:यह आशय – पत्र वैश्विक उत्सर्जन में कमी लाने की प्रक्रिया को तेज करने के लिए नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा से जुड़ी प्रौद्योगिकियों की लागत को काम करने और इन प्रौद्योगिकियों की तैनाती को आगे बढ़ाने की दिशा में काम करने का मार्ग प्रशस्त करेगा।
:भारत-ऑस्ट्रेलिया ऊर्जा संवाद के तहत पांच संयुक्त कार्य समूहों बारें में जानकारी दी गई है जैसे – विद्युत,नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा,कोयला एवं खानों, महत्वपूर्ण खनिज,और तेल एवं गैस।
:दोनों देशो ने ऊर्जा दक्षता से संबंधित प्रौद्योगिकी,ग्रिड प्रबंधन,फ्लू गैस डिसल्फराइजेशन,बायोमास या हाइड्रोजन को-फायरिंग,जल चक्र से संबंधित स्थितियों के अधिकतम उपयोग,नवीकरणीय समेकन,बैटरी और इलेक्ट्रिक चालित परिवहन से संबंधित अनुसंधान एवं विकास के मामले में सहयोग करने को कहा हैं।
:कुछ अन्य क्षेत्रों में भी सहयोग की बात की जैसे-ग्रीन हाइड्रोजन की लागत को कम करना,कोयला आधारित ऊर्जा सुरक्षा और संसाधनों में सहयोग,खनिज के क्षेत्र में निवेश के अवसर,और एलएनजी के क्षेत्र में भागीदारी।