सन्दर्भ-हर वर्ष विश्व प्रवासी पक्षी दिवस, मई और अक्टूबर के दूसरे शनिवार को मनाया जाता है इस वर्ष यह 8th मई को मनाया जा रहा है,और अक्टूबर में इसे 14th को मनाया जाएगा।
2022 का थीम है:
:फोकस ऑन लाइट पॉलुशन (Focus on Light Pollution)
उद्देश्य है:
:प्रवासी पक्षियों और उनके आवासों के संरक्षण की आवश्यकता पर प्रकाश डालना।
प्रमुख तथ्य-:यह एक वार्षिक जागरूकता अभियान है।
:संयुक्त राष्ट्र ने 2006 में विश्व प्रवासी पक्षी दिवस की स्थापना किया था,और इसे पहली बार मनाया गया था।
:इस आयोजन के तहत प्रवासी पक्षियों,उनके पारिस्थितिकी महत्त्व,उनके समक्ष मौजूद चुनौतियों और उनके संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की जरुरत के संबंध में वैश्विक जागरूकता बढ़ाने में मदद की जाती है।
:विश्व प्रवासी पक्षी दिवस का आयोजन प्रवासी प्रजातियों पर सम्मेलन,अमेरिका और अफ्रीकी के लिए पर्यावरण – यूरेशियन प्रवासी जलपक्षी समझौता द्वारा किया जाता है।
:इसे संयुक्त राज्य राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (United Nations Environmental Programe) द्वारा भी मनाया जाता है।
:इसे संयुक्त राष्ट्र की दो संधियों “वन्यजीवों की प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण पर सम्मेलन” एवं “अफ्रीकन यूरेशियन वाटर वर्ल्ड एग्रीमेंट” (AEWA) और एक गैर लाभकारी संगठन “एनवायरनमेंट फॉर द अमेरिका” के बीच संयुक्त रूप से मनाया जाता है।
:10 अक्टूबर 2020 को पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने प्रवासी पक्षियों के संरक्षण के लिए राष्ट्रीय कार्य योजना की शुरूआत की थी।
भारत में प्रवासी पक्षी प्रजातियां:
:भारत में प्रवासी प्रजातियां पक्षियों के बीच कई अलग-अलग प्रवासन पैटर्न देखी जाती हैं।
:भारत कई प्रवासी जानवरों और पक्षियों का अस्थाई निवास स्थान है।
:इनमे प्रमुख है-अमूर फॉल्कन,बार-हेडेड गीज,ब्लैक नेक्ड क्रेन,मरीन टर्टल,डुगोंग,हंप बैक व्हेल इत्यादि।