सन्दर्भ:
: आयुष मंत्रालय के तहत केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद नई दिल्ली में विश्व होम्योपैथी दिवस के अवसर पर एक वैज्ञानिक सम्मेलन आयोजित कर रही है।
विश्व होम्योपैथी दिवस 2023 की थीम है:
: होम्योपरिवार – सर्वजन स्वास्थ्य “एक स्वास्थ्य, एक परिवार”
वर्ष 2022 की थीम थी:
: “होम्योपैथी : स्वास्थ्य के लिए लोगों की पसंद”
विश्व होम्योपैथी दिवस के बारें में:
: इसका आयोजन 10 अप्रैल, 2023 को किया जाएगा।
: होम्योपैथिक चिकित्सा प्रणाली, होम्योपैथी केंद्रीय परिषद अधिनियम, 1973 के तहत भारत में मान्यता प्राप्त चिकित्सा प्रणाली है।
: विश्व होम्योपैथी दिवस होम्योपैथी के संस्थापक डॉ. क्रिश्चियन फ्रेडरिक सैमुअल हैनीमैन की 268वीं जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
: इसे दवाओं की राष्ट्रीय प्रणाली के रूप में भी मान्यता प्राप्त है।
: डॉ हैनीमैन एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक और भाषाविद थे।
: इनका जन्म 10 अप्रैल 1755 को पेरिस में हुआ था।
: होम्योपैथी भारत में लोकप्रिय चिकित्सा प्रणालियों में से एक है।
: भारत में होम्योपैथी का इतिहास एक फ्रांसीसी डॉ. होनिगबर्गर के नाम से जुड़ा हुआ है, जो भारत में होम्योपैथी लाए थे।
: उन्हें मुख्य रूप से ‘कॉलरा डॉक्टर’ के नाम से जाना जाता था।
: होम्योपैथी की शुरुआत 19 वीं शताब्दी में भारत में हुई थी, यह पहले बंगाल में फला-फूला, और फिर पूरे भारत में फैल गया।
: सम्मेलन के प्रतिनिधियों में होम्योपैथिक शोधकर्ता, अंतःविषय धाराओं के वैज्ञानिक, चिकित्सक, छात्र, उद्योगपति और विभिन्न होम्योपैथिक संघों के प्रतिनिधि सम्मिलित होंगे।
: इस अवसर पर सीसीआरएच के एक वृत्तचित्र, एक पोर्टल और 08 पुस्तकों का विमोचन भी किया जाएगा।
: सम्मेलन के दौरान नीतिगत पहलुओं, होम्योपैथी में उन्नति, अनुसंधान साक्ष्यों और होम्योपैथी में नैदानिक अनुभवों पर विभिन्न सत्रों का आयोजन किया जाएगा।
: विज्ञान भवन में इस फ्लैग ऑफ कार्यक्रम के बाद भारत में पांच स्थानों पर क्षेत्रीय विश्व होम्योपैथी दिवस कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।