सन्दर्भ-राष्ट्रिय चिकित्सा आयोग यदि (NMC) ने घोषणा की है कि मेडिकल के छात्र अब हिप्पोक्रेटिक शपथ की बजाय महर्षि चरक शपथ लेंगे।
प्रमुख तथ्य- इसकी शुरुआत देश में एमबीबीएस(MBBS) छात्रों के मौजूदा बैच से होगी।
: हिप्पोक्रेटिक शपथ नए मेडिकल स्नातकों के लिए एक नैतिक संहिता है जिसके बारे में माना जाता है कि इसे प्राचीन यूनानी चिकित्सक हिप्पोक्रेट्स ने लिखा था। दीक्षांत समारोह के दौरान चिकित्सा पद्धति के संचालन के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में शपथ ली जाती है।
क्या है चरक शपथ-
:यह शपथ महर्षि चरक की लिखी पुस्तक चरक संहिता से ली गई है।
:महर्षि चरक को दुनिया के सबसे प्राचीन कही जाने वाली आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति का विशेषज्ञ माना जाता है।
:इस शपथ में मरीज का अपनी क्षमता के अनुसार सबसे अच्छा इलाज करने और अन्य बातों के साथ मरीज की गोपनीयता की रक्षा करना भी शामिल है।
राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग-
:इसका गठन राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग अधिनियम 2019 के जरिए किया गया है।
:इसका उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण और सस्ती चिकित्सा शिक्षा तक पहुंच में सुधार करना और देश के सभी हिस्सों में पर्याप्त चिकित्सा पेशेवरों की उपलब्धता सुनिश्चित करना है।