सन्दर्भ– नीति आयोग ने 2019 -2020 के लिए राज्य स्वास्थ्य सूचकांक का चौथा संस्करण को “स्वास्थ्य राज्य,प्रगतिशील भारत” नाम से जारी किया।
प्रमुख तथ्य-:इस रिपोर्ट को नीति आयोग ने विश्व बैंक की तकनीकी सहायता और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के गहन परामर्श से तैयार किया गया है।
:यह संस्करण राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के 2018-2019 से 2019-2020 की अवधि के दौरान व्यापक प्रदर्शन और :क्रमिक सुधार को मापने और उन्हें रेखांकित करने पर केंद्रित है।
:राज्य स्वास्थ्य सूचकांक राज्य तथा केंद्रशासित प्रदेशों के प्रदर्शन के आंकलन करने के लिए एक वार्षिक साधन है।
:यह 24 संकेतकों पर आधारित एक भारित समेकित सूचकांक है।
:इसी आधार पर तुलना हेतु रैंकिंग को बड़े राज्यों,छोटे राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में बांटा गया है।
:बड़े राज्यों की श्रेणी के तहत वार्षिक क्रमिक प्रदर्शन के मामलें में उत्तर प्रदेश,असम और तेलंगाना शीर्ष तीन स्थान पर काबिज है।
:छोटे राज्यों की श्रेणी में मिजोरम और मेघालय ने अधिकतम वार्षिक क्रमिक प्रगति दर्ज की है।
:केंद्रशासित प्रदेशों की श्रेणी में दिल्ली,तथा जम्मू और कश्मीर ने सबसे अच्छा प्रदर्शन की है।
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