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1-श्रम पोर्टल पर असंगठित श्रमिकों का पंजीकरण 4 करोड़ 

प्रमुखतथ्य-1:केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री श्री भूपेंद्र यादव  के अनुसार

2: 26 अगस्त 2021 को श्रम मंत्रालय द्वारा लॉन्च किया गया

3:उद्देश्य लालपुर श्रमिकों को एक ही मंच पर लाना

4:अनुमानता भारत में 50 करोड़ श्रमिकों में से 92 प्रतिशत संगठित क्षेत्रों से आते हैं जो मुख्य रूप से न्यूनतम मजदूरी भी प्राप्त नहीं कर पाते

5:सबसे अधिक पंजीकरणों के साथ उड़ीसा बंगाल उत्तर प्रदेश बिहार और मध्य प्रदेश सबसे आगे रहे, कृषि और निर्माण क्षेत्र में सबसे अधिक संख्या में पंजीकरण हुआ

6:श्रम पोर्टल पंजीकरण से असंगठित श्रमिकों को सरकारी योजनाओं का लाभ आसानी से मिल सकेगा

7:पंजीकरण में 2 माह से भी कम समय लगा इनमें से कुछ क्षेत्रों में प्रवासी श्रमिकों की एक बहुत बड़ी संख्या भी जुड़ी हुई है

8:पंजीकरण में से लगभग 50% लाभार्थी महिलाएं हैं और 49. 8 % पुरुष है इस पंजीकरण में लगभग 65 .68 % 16 – 40 वर्ष के आयु वर्ग के हैं

9:सबसे ज्यादा पंजीकरण कृषि और निर्माण से है

10: श्रम पोर्टल का मुख्य उद्देश्य कृषि श्रमिक.निर्माण श्रमिक, प्रवासी श्रमिक.गिग और प्लेटफार्म श्रमिक, स्ट्रीट वेंडर, घरेलू श्रमिक, आदि सभी असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों का ek केंद्रीकृत डेटाबेस का निर्माण करना है।

11:श्रम पोर्टल क्या है- ई श्रम पोर्टल एकल बिंदु संदर्भ होगा जो अधिकारियों को अनौपचारिक क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिकों तक पहुंचने और उन्हें ट्रैक करने में सहायता करेगा इस पोर्टल पर पंजीकरण के बाद असंगठित श्रमिकों को एक डिजिटल ई-श्रम कार्ड मिलेगा और वेब पोर्टल या मोबाइल ऐप के माध्यम से अपने प्रोफाइल या विवरण को अपडेट कर सकते हैं इनके पास एक खाता संख्या होगा जो पूरे देश में स्वीकार होगी और अब उन्हें समाजिक सुरक्षा लाभ प्राप्त करने के लिए विभिन्न स्थानों पर पंजीकरण कराने की जरूरत नहीं होगी यदि कोई कर्मचारी श्रम पोर्टल पर पंजीकृत है और किसी दुर्घटना का शिकार हो जाता है तो  मृत्यु या अस्थाई विकलांगता पर ₹200000 और आंशिक विकलांगता पर ₹100000 रुपये प्राप्‍त करने का पात्र होगा। पंजीकरण अपने आधार और मोबाइल नंबर का उपयोग करके स्वयं किया जा सकता है इसके अतिरिक्त सामान्य सेवा केंद्र और चयनित डाकघर से भी पंजीकरण कराया जा सकता है इसके लिए किसी शुल्क की आवश्यकता

2-2021 के नोबेल पुरस्कार विजेताओं की सूची 

भौतिकी के लिए-स्यूकुरो मानेबे (जापान),क्लाउस हासेलमैन(जर्मनी) जियोर्जियो परिसी (इटली)

रसायन विज्ञान के लिए  बेंजामिन लिस्ट (जर्मनी)  और डेविड मैकमिलन (ब्रिटेन) को प्रदान किया गया उनके द्वारा एसिमेट्रिक ऑर्गेनकैटालिसस की खोज के लिए

चिकित्सा के लिए-अमेरिकी वैज्ञानिकों  डेविड जूलियस और अर्देम पटापाउटियन  – उन्होंने तापमान और स्पर्श के लिए रिसेप्टर्स की अपनी खोजों की , जिससे नई दर्द निवारक दवाएं बनायीं जा सकती हैं। इन खोजों से यह समझने में मदद मिलेगी कि कैसे गर्मी, ठंड और यांत्रिक बल और आवेगों को शुरू करते हैं जो बदले में मनुष्यों को दुनिया को समझने और अनुकूलित करने की अनुमति देते हैं।

अर्थशास्त्र के लिए- तीन अर्थशास्त्रियों डेविड कार्ड जोशुआ अंग्रिस्ट और गुइदो इम्बेन्स

शांति के लिए- इस वर्ष मारिया रेसा  और दमित्री आंद्रेविच मुरातोव (दोनों पत्रकार) को प्रदान किया गया है, इन दोनों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा  के लिए सम्मानित किया गया है।

साहित्य के लिए- उपन्यासकार अब्दुलरजाक गुरनाह(तंजानिया) को साहित्य का नोबेल पुरस्कार  प्रदान किया गया। इनको “उपनिवेशवाद के प्रभाव” और संस्कृतियों और महाद्वीपों के बीच की खाई में शरणार्थियों के भाग्य के करुणामय विवरण के लिए पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

3-नार्वे के प्रधान मंत्री बने जोनास गहर स्टोर
प्रमुख तथ्य -1: लेबर पार्टी के नेता जोनास गहर स्टोर ने 14 अक्टूबर, 2021 से पदभार संभाल लिया है।
2:सितंबर 2021 में, स्टोर की लेबर पार्टी ने संसदीय चुनाव में जीत दर्ज की, उसके उपरांत तत्कालीन प्रधान मंत्री एर्ना सोलबर्ग ​और उनकी सरकार ने पद त्याग दिया

4:AMRUT 2.0 मिशन

चर्चा में क्यों है — प्रधानमंत्री ने कायाकल्प और शहरी परिवर्तन के लिये अटल मिशन (AMRUT 2.0) के दूसरे चरण का शुभारंभ किया है।

प्रमुख तथ्य -1: योजना का  नोडल मंत्रालय है-आवास और शहरी मामलों का मंत्रालय (MoHUA) ।

2:यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक कदम है जिसका उद्देश्य पानी की चक्रीय अर्थव्यवस्था के माध्यम से शहरों को ‘जल सुरक्षित और आत्मनिर्भर’ बनाना है।

3:इसे  500 अमृत शहरों में सीवरेज और नल कनेक्शन का 100% कवरेज प्रदान करके लोगो के जीवन को आसान बनाने के उद्देश्य से शुरू किया गया था।जो की इसके तहत अब तक 1.1 करोड़ घरेलू नल कनेक्शन और 85 लाख सीवर/सेप्टेज कनेक्शन दिए जा चुका हैं।

4:अमृत 2.0 को 2025-2026 तक बढ़ाया गया

5:कुल व्यय 277000 करोड़ का

लक्ष्य–1:100% कवरेज लगभग  4700 शहरी स्थानीय निकायों में सभी घरों में लगभग 68 करोड़ नल कनेक्शन प्रदान करके पानी की आपूर्ति

2:100% कवरेज लगभग 64 करोड़ सीवर/सेप्टेज कनेक्शन प्रदान करके 500 अमृत शहरों में सीवरेज और सेप्टेज का ।

3:सर्कुलर इकोनॉमी के सिद्धांतों को अपनाएं (3Rs का उपयोग करके कचरे से धन उत्पन्न करना)

4:सतही और भूजल निकायों के संरक्षण और कायाकल्प को बढ़ावा देना।

5:जल प्रबंधन में डेटा नेतृत्व शासन

6:नवीनतम वैश्विक प्रौद्योगिकियों और कौशल का लाभ उठाने के लिए प्रौद्योगिकी उप-मिशन।

7:शहरों के बीच ‘पे जल सर्वेक्षण’:प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना।

5:भारत में कोविड-19 टीकाकरण  97.79 करोड़ के पार पहुंचा

प्रमुख तथ्य-1:मौजूदा रिकवरी बर 98.1 % है जोकि मार्च 2019 के बाद से उच्चतम है

2:पिछले 24 घंटों में 13596 दैनिक मामले आये हैं जबकि सप्ताहिक पॉजिटिविटी दर 1.37% पिछले 115 दिनों से 3% कम है

3:लगातार 113 दिनों से 50000 से कम दैनिक मामले आ रहे हैं इस समय सक्रिय केसलोड दो लाख के आंकड़े के नीचे पहुंच गया है। कारण देश में जांच क्षमता का लगातार वृद्धि  है।

 


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By gkvidya

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