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1-अलेक्सी नवेलनी को मिला सखारोव पुरस्कार
प्रमुख तथ्य-1:रूस में विपक्ष के नेता अलेक्सी नवेलनी को विचारों की स्वतंत्रता के लिए इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है,इससे पहले उन्हें 2009 में रूस के बिज़नेस न्यूज़ पेपर द्वारा पर्सन ऑफ़ ईयर का पुरस्कार भी दिया जा चूका है।

2:यूरोपीय यूनियन का शीर्ष मानवाधिकार पुरस्कार है,इसे पहली बार 1988 में लाया गया था तथा इस पुरस्कार का नामकरण अंद्रेई सखारोव के नाम पर किया गया था।
3:क्यों दिया गया यह पुरस्कार –रूस में व्याप्त भ्रस्टाचार और स्वतंत्रता को प्रतिबंधित करने के प्रयासों का पर्दाफाश करने के लिए दिया गया,वे पेशे से वकील,राजनीतिज्ञ और भ्रस्टाचार विरोधी कार्यकर्त्ता भी है।
4:ये राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के शासन में भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार अभियान चलाएं है।

5:यह पुरस्कार ऐसे व्यक्तियों या संगठनो को दिया जाता है जो मानव अधिकारों और स्वतंत्रता की रक्षा करने में अपनी असाधारण भूमिका निभातें है।
6:2020 में यह पुरस्कार स्वीतलाना हिरोहियुना को दिया गया था जो बेलारूस में विपक्ष की नेता है।
7:अब तक यह पुरस्कार कोफ़ी अन्नान,नेल्सन मंडेला जैसे व्यक्तियों और रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स जैसे संगठन को दिया जा चुका है यात्रियों को दिया गया था।

2- 21अक्टूबर को पूरे देश में मनाया गया आजाद हिंद सरकार के गठन की वर्षगांठ
प्रमुख तथ्य-1:सुभाष चंद्र बोस ने स्वतंत्र भारत की अस्थाई सरकार (पीजीएफआई) का गठन २१ अक्टूबर १९४३ को किया था
2:पीजीएफआई(P.G.F.I) यानी प्रोविजनल गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया जिसे आजाद हिन्द सरकार के नाम से भी जाना जाता है।
3:भारत के बाहर 1940 के दशक की शुरुआत में शुरू हुए राजनीतिक आंदोलन का परिणाम थी पीजीएफआई,इसका मकसद भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्त कराना था,फलस्वरूप सिंगापुर से 11 मंत्रियों और आईएनए के 8 प्रतिनिधियों के साथ काम करना शुरू किया।
4:इसने आई एन ए में शामिल होने और समर्थन के लिए पूर्वी एशिया में भारतीयों को इकठ्ठा करना आरम्भ किया और परिणाम यह रहा की मदद की घोषणा के बाद इस अस्थायी सरकार को विभिन्न देशों में मान्यता भी मिली।
5:INA(इंडियन नेशनल आर्मी) अर्थात आज़ाद हिन्द फ़ौज की स्थापना 1943 में टोक्यो में रासबिहारी बोस ने की थी,इनके द्वारा दिया गया जय हिंद का नारा पूरे देश का राष्ट्रीय नारा बन गया था है,इस सेना ने स्वतंत्रता के लिए भारत के संघर्ष को बहुत प्रोत्साहित किया था।

3-DRDO ने अभ्यास नामक HEAT का परिक्षण किया
प्रमुख तथ्य -1:HEAT-हाई स्पीड एक्सपेंडेबल एरियल टारगेट जिसे अभ्यास नाम दिया गया है जिसे प्रयोग कर कई मिसाइल सिस्टम का मूल्यांकन किया जा सकता है।
2:DRDO ने इसका परिक्षण चांदीपुर(ओडिसा) के एकीकृत परीक्षण केंद्र (ITR ) से 22 अक्टूबर को किया था।
3:इसका विकास बैंगलोर स्थित DRDO की शाखा वैमानिकी विकास प्रतिष्ठान(ADA )द्वारा भारतीय सशस्त्र बालों के लिए किया गया है,इसकी स्थापना 1984 में रक्षा मंत्रालय के अनुसंधान और विकास विभाग द्वारा किया गया था।
4:अभ्यास में इंजन गैस टरबाइन द्वारा संचालित होता है जिससे विमान सबसोनिक गति से लम्बी उड़ान भर सकता है।

 


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By gkvidya

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