सन्दर्भ-क्वांटम प्रौद्योगिकी (I2QT-2022) पर आयोजित दो दिवसीय भारत-इजरायल द्विपक्षीय कार्यशाला 06 अप्रैल 2022 को नई दिल्ली में संपन्न हुई।
उद्देश्य है-क्वांटम प्रौद्योगिकियों पर विचार-विमर्श करना,एक संयुक्त क्वांटम प्रौद्योगिकी रोडमैप विकसित करना और दोनों देशों के बीच सहयोग से प्रौद्योगिकियों के विकास की विस्तृत योजना तैयार करना था।
प्रमुख तथ्य-इस दो दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन 05 अप्रैल, 2022 को किया गया था।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) और डीआरडीओ इंडस्ट्री एकेडेमिया सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (DIA-COE) तथा आईआईटी दिल्ली द्वारा इसका आयोजन।
:इस कार्यशाला में चर्चा के मुख्य बिंदु फोटोनिक्स–आधारित क्वांटम कंप्यूटिंग,सेंसिंग,एन्क्रिप्शन,क्वांटम मैग्नेटोमेट्री,परमाणु घड़ियां और फ्री स्पेस क्वांटम संचार के आसपास केंद्रित थे।
:यह कार्यशाला क्वांटम प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में अनुसंधान की गति बढ़ाने के लिए अनुसंधान समुदाय को एक साथ लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
:यह कार्यशाला नवंबर 2021 में भारतीय डीआरडीओ और रक्षा अनुसंधान एवं विकास निदेशालय (DDR & D) तथा इजरायल के बीच हस्ताक्षरित द्विपक्षीय नवाचार समझौते (BIA) का अगला चरण थी।
:इस अगले चरण से दोनों देशों के स्टार्टअप्स व एमएसएमई क्षेत्र में नवाचार और त्वरित अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा दिया जा सकेगा।
:कार्यशाला में अकादमिक विशेषज्ञों,अनुसंधान एवं विकास पेशेवरों और उद्योग भागीदारों के साथ भारतीय तथा इजरायली प्रतिनिधिमंडल ने भाग लिया,साथ ही भारतीय उद्योग जगत के कई स्टार्टअप्स और एमएसएमई ने इस कार्यशाला में हिस्सा लिया।