सन्दर्भ-केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कोटे डी आइवर (Cote d’Ivoire) के पंद्रहवें सत्र में संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन टू कॉम्बैट डेजर्टिफिकेशन (UNCCD) पार्टियों के सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया।
प्रमुख तथ्य-भूमि की गिरती स्थिति के बावजूद, विश्व उपभोक्तावाद से प्रेरित जीवनशैली के साथ चल रहा है।
:उपयोग करो और फेंक दो की मानसिकता ग्रह के लिए हानिकारक है।”
:विकसित देशों द्वारा उत्सर्जन में भारी कमी का नेतृत्व किए बिना लोगों और ग्रह दोनों की रक्षा करना संभव नहीं होगा, क्योंकि ग्लोबल वार्मिंग के लिए उनकी जिम्मेदारी ऐतिहासिक और वर्तमान दोनों में सबसे अधिक है।
:दुनिया के शेष कार्बन बजट का तीव्र गति से क्षरण हो रहा है जिससे हम पेरिस समझौते में निर्धारित तापमान की सीमा के करीब पहुंच रहे हैं।
:भारत ने 2030 तक 26 मिलियन हेक्टेयर खराब भूमि को बहाल करने की अपनी प्रतिबद्धता में महत्वपूर्ण प्रगति की है।
:भूमि क्षरण तटस्थता लक्ष्यों को पूरा करने के लिए प्रमुख पहल शुरू की गई हैं और मौजूदा कार्यक्रमों को मजबूत किया गया है।
:भारत ने पूरे देश में लागू किए गए मृदा स्वास्थ्य कार्ड कार्यक्रम के माध्यम से अपनी मिट्टी के स्वास्थ्य की निगरानी में वृद्धि की है।
:इसके अंतर्गत 2015 और 2019 के बीच किसानों को 229 मिलियन से अधिक मृदा स्वास्थ्य कार्ड जारी किए गए हैं।
:समुदाय की जरूरतों को एकीकृत करने और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की घनिष्ठ सहायता के साथ स्थानीय तथा स्वदेशी ज्ञान की शक्ति को एकीकृत करने का आह्वान।
:पर्यावरण की जरूरत के अनुरूप जीवन शैली को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
:9 से 20 मई 2022 तक अबिडजान (Abidjan),कोटे डी आइवर में संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन टू कॉम्बैट डेजर्टिफिकेशन (UNCCD) के पार्टियों के सम्मेलन (Cop-15) का पंद्रहवां सत्र,सरकारों,निजी क्षेत्र,नागरिक समाज के कार्यकर्ताओं को एक साथ लाएगा।