सन्दर्भ:
: बड़े पैमाने पर चलाए जा रहे आतंकवाद रोधी अभियान ऑपरेशन कगार (Operation Kagar) ने छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा क्षेत्रों में नक्सलियों के बचे हुए अंतिम गढ़ को भी घेर लिया है।
ऑपरेशन कगार के बारें में:
: ऑपरेशन कगार केंद्र सरकार द्वारा जनवरी 2024 में शुरू किया गया एक नक्सल विरोधी सैन्य अभियान है।
: यह वामपंथी उग्रवाद (LWE) को खत्म करने के लिए सुरक्षा कार्रवाई, निगरानी तकनीक और विकास आउटरीच को एकीकृत करता है।
: कोर जोन- बस्तर (छत्तीसगढ़), गढ़चिरौली (महाराष्ट्र), पश्चिमी सिंहभूम (झारखंड)।
: पैमाना और रणनीति:-
- इसमें CRPF, कोबरा, DRG, SRF और राज्य पुलिस के 1 लाख से अधिक कर्मी शामिल हैं।
- ड्रोन, एआई और सैटेलाइट इमेजरी जैसे उन्नत निगरानी उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है।
: इसका महत्व:-
- नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या 106 (2015 में) से घटकर 2025 में केवल 6 रह गई है।
- इसका उद्देश्य राज्य नियंत्रण को बहाल करना, विकास को सक्षम बनाना और आदिवासी समुदायों को माओवादी शोषण से बचाना है।
- 2024 में 287 से अधिक नक्सलियों को और 2025 में 150 से अधिक को समाप्त कर दिया गया है।
