सन्दर्भ:
: केरल ने ऑपरेशन अमृत (Operation Amrith) शुरू करके रोगाणुरोधी प्रतिरोध (AMR) से निपटने में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिसमें एंटीबायोटिक दवाओं की ओवर-द-काउंटर (OTC) बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के लिए 2011 H1 नियम को लागू किया गया है।
उद्देश्य:
: बिना डॉक्टर के पर्चे के एंटीबायोटिक दवाओं की बिक्री पर प्रतिबंध लगाकर उनके तर्कहीन उपयोग पर अंकुश लगाना, जिससे रोगाणुरोधी प्रतिरोध (AMR) में वृद्धि को कम किया जा सके।
ऑपरेशन अमृत के बारें में:
: 2023 में केरल सरकार द्वारा लॉन्च किया गया।
: विशेषताएँ-
- 2011 के H1 नियम का सख्ती से पालन करना, जो डॉक्टर के पर्चे के बिना सभी प्रकार के एंटीबायोटिक दवाओं (पहली, दूसरी और तीसरी पंक्ति) की ओटीसी बिक्री पर प्रतिबंध लगाता है।
- अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए फार्मेसियों, अस्पतालों और अन्य मेडिकल स्टोरों को लक्षित करना।
- केरल 2011 के नियम के प्रति प्रतिबद्ध रहा, जबकि अन्य राज्यों ने 2013 के संशोधित नियम का पालन किया था, जिसमें पहली पंक्ति के एंटीबायोटिक दवाओं की ओटीसी बिक्री की अनुमति दी गई थी।
- एंटीबायोटिक दवाओं के दुरुपयोग को रोकने के लिए एंटीबायोटिक प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित किया जाता है, जिससे एएमआर के खतरे को कम किया जा सके।
: लक्ष्य-
- वर्ष 2024 के अंत तक बिना डॉक्टर के पर्चे के एंटीबायोटिक दवाओं की ओटीसी बिक्री को पूरी तरह से बंद करना।
- एंटीबायोटिक दवाओं के दुरुपयोग में निरंतर कमी लाना, जिसके परिणामस्वरूप पहले ही बिक्री में ₹1,000 करोड़ की गिरावट आ चुकी है।