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National Family Planning Summit 2022
National Family Planning Summit 2022
Photo:PIB

सन्दर्भ:

:केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने 27 जुलाई 2022 को National Family Planning Summit 2022 (राष्ट्रीय परिवार नियोजन शिखर सम्मेलन, 2022) की अध्यक्षता की।

National Family Planning Summit 2022 थीम/विषय है:

:“सतत प्रयास, सहभागिता को आगे ले जाना , परिवार नियोजन में भविष्य की योजना को साकार रूप देना – सबका साथ, सबका विश्वास, सबका प्रयास और सबका विकास ”

National Family Planning Summit 2022 प्रमुख तथ्य:

:National Family Planning Summit 2022 के अवसर पर भारत ने प्रतिस्थापन स्तर की ऐसी प्रजनन क्षमता प्राप्त कर ली है, जिससे 31 राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों को 2.1 या उससे कम की कुल प्रजनन दर मिल गई है और इससे आधुनिक गर्भनिरोधक उपयोग 56.5% (एनएफएचएस 5) तक बढ़ गया है।
:NFHS -5 डेटा अंतराल विधियों की ओर एक समग्र सकारात्मक बदलाव दिखाता है जो मातृ और शिशु मृत्यु दर और रुग्णता को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने में सहायक सिद्ध होगा।
:मिशन परिवार विकास ( MPV ) 2016 ने राष्ट्रीय परिवार नियोजन कार्यक्रम को और गति दी है।
:इस योजना के तहत, नई पहल किट के वितरण, सास बहू सम्मेलन और सारथी वैन जैसी नवीन रणनीतियां विभिन्न समुदायों तक पहुंचने और परिवार नियोजन, स्वस्थ जन्म अंतर एवं छोटे परिवारों के महत्व पर परस्पर संवाद शुरू करने में सहायता कर रही हैं।
:इनके अंतर्गत “ 17 लाख से अधिक नई पहल किट नवविवाहितों को वितरित की गई हैं, 7 लाख से अधिक सास बहू सम्मेलन आयोजित किए गए हैं,और 32 लाख से अधिक लाभार्थियों को शुरुआत से ही सारथी वैन के माध्यम से परामर्श दिया गया है।
:भारत FP 2020 का एक महत्वपूर्ण सदस्य है और जिसे अब एफपी 2030 साझेदारी में बदल दिया गया है,और इसके एक हिस्से के रूप में परिवार नियोजन कार्यक्रम में 3 अरब अमरीकी डालर का निवेश किया गया है।
:भारत ने 2012 और 2020 के बीच आधुनिक गर्भ निरोधकों के लिए 1.5 करोड़ से अधिक अतिरिक्त उपयोगकर्ता जोड़े जिससे आधुनिक गर्भनिरोधकओं के उपयोग में काफी वृद्धि हुई है।
:National Family Planning Summit 2022 के दौरान भारत परिवार नियोजन 2030 दृष्टि दस्तावेज ( विजन डॉक्यूमेंट ) का भी अनावरण किया गया।
:साथ ही डिजिटल हस्तक्षेप की श्रेणी के अंतर्गत चिकित्सा पात्रता मानदंड ( एमईसी ) चक्रीय अनुप्रयोग व अन्य का ई-मॉड्यूल और परिवार नियोजन पर डिजिटल संग्रह का शुभारंभ किया गया।
:स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों को परिवार नियोजन में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए और आशा कार्यकर्ताओं को पुरुष नसबंदी के लिए पात्रों को प्रेरित करने के लिए सेवा प्रदाता पुरस्कार प्रदान किए गए।
:भारत में परिवार नियोजन कार्यक्रम अब सात दशक से अधिक पुराना है, इस अवधि में,भारत ने जनसंख्या नियंत्रण की अवधारणा से जनसंख्या स्थिरीकरण की अवधारणा में एक ऐसा अंतर्निहित बदलाव देखा है जो निरंतर देखभाल के सामंजस्य को सुनिश्चित करने की दिशा में चल रहा है।
:भारत ने परिवार नियोजन के महत्व को जल्दी ही समझ लिया और 1952 में राष्ट्रीय परिवार नियोजन कार्यक्रम शुरू करने वाला पहला देश बन गया था।


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By gkvidya

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