सन्दर्भ:
: शिक्षा के क्षेत्र में एक अभूतपूर्व विकास केरल के तिरुवनंतपुरम से सामने आया है, जहां एक स्कूल ने भारत का पहला शिक्षक IRIS AI रोबोट पेश किया है।
IRIS AI रोबोट के बारे में:
: यह रोबोटिक्स और जेनरेटिव AI प्रौद्योगिकियों द्वारा संचालित है।
: इसमें निर्बाध प्रदर्शन के लिए एक समर्पित इंटेल प्रोसेसर और कोप्रोसेसर है।
: इसका एंड्रॉइड ऐप इंटरफ़ेस उपयोगकर्ताओं को व्यक्तिगत सीखने के अनुभव को सुनिश्चित करते हुए रोबोट को नियंत्रित करने और उसके साथ बातचीत करने की अनुमति देता है।
: यह कक्षा में केवल एक निष्क्रिय उपस्थिति नहीं है बल्कि एक गतिशील आवाज सहायक और इंटरैक्टिव शिक्षण उपकरण है।
: यह AI वॉयस-नियंत्रित सहायक के रूप में कार्य करता है, उपयोगकर्ता के प्रश्नों का उत्तर देता है, स्पष्टीकरण प्रदान करता है और शैक्षिक सामग्री वितरित करता है।
: यह व्यक्तिगत सामग्री निर्माण, क्विज़ और इंटरैक्टिव गतिविधियों के माध्यम से उपयोगकर्ताओं को इंटरैक्टिव शिक्षण अनुभवों में संलग्न करता है।
: 4-पहिया चेसिस से सुसज्जित, IRIS अपने वातावरण में स्वतंत्र रूप से घूम सकता है, उपयोगकर्ताओं के साथ बातचीत की सुविधा प्रदान करता है और सीखने के स्थानों के माध्यम से नेविगेट कर सकता है।
: इसके हाथ, जिनमें प्रत्येक में 5 DoF हैं, IRIS को वस्तुओं में हेरफेर करने, प्रदर्शन करने और व्यावहारिक सीखने की गतिविधियों में संलग्न होने में सक्षम बनाते हैं।
: रोबोट नर्सरी से 12वीं कक्षा तक विषय पढ़ा सकता है।
: रोबोट वर्तमान में तीन भाषाएँ बोलता है – अंग्रेजी, हिंदी और मलयालम।
: इसे मेकर लैब्स ने बनाया है।