सन्दर्भ:
: IIIT- दिल्ली में आयोजित “डिजिटल इंडिया फ्यूचरलैब्स समिट 2024” के लॉन्च इवेंट के दौरान, MeitY के InTranSE प्रोग्राम के तहत C-DAC तिरुवनंतपुरम द्वारा डिजाइन और विकसित की गई तीन स्वदेशी तकनीकों – थर्मल कैमरा, CMOS कैमरा और फ्लीट मैनेजमेंट सिस्टम को 12 उद्योगों को हस्तांतरित किया गया।
InTranSE प्रोग्राम का उद्देश्य है:
: इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम में परिवर्तन को समन्वित करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने IIT, IISc, IIM आदि जैसे प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों और सी-डैक जैसे प्रमुख अनुसंधान एवं विकास केंद्र को एक छतरी के नीचे लाकर शुरुआती कदम उठाए।
InTranSE प्रोग्राम के बारे में:
: इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम एंडेवर (InTranSE) एक क्रांतिकारी सहयोगात्मक अनुसंधान और विकास कार्यक्रम है।
: यह इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय की एक पहल है।
: इस पहल ने वर्ष 2009-2012 (चरण-I) के दौरान भारतीय शहरों के लिए सहयोगात्मक इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम एंडेवर (InTranSE) तैयार किया, जिसमें IIT बॉम्बे, IIT मद्रास, IIM कलकत्ता और C-DAC तिरुवनंतपुरम ने सहयोगात्मक रूप से विकास, कार्यान्वयन, प्रदर्शन और ज्ञान देखा। ITS उत्पादों और समाधानों का स्थानांतरण।
: InTranSE चरण- II कार्यक्रम (2019-2021) का लक्ष्य IIT बॉम्बे, IIT मद्रास, IISc बैंगलोर और C-DAC तिरुवनंतपुरम के साथ मिलकर अनुसंधान एवं विकास परियोजनाएं शुरू करना है।
InTranSE प्रोग्राम का महत्व:
: यह यातायात समस्याओं को कम करके, कुशल बुनियादी ढांचे के उपयोग को बढ़ावा देकर, उपयोगकर्ताओं को यातायात के बारे में पूर्व जानकारी से समृद्ध करके और यात्रा के समय को कम करने के साथ-साथ यात्रियों की सुरक्षा और आराम को बढ़ाकर यातायात दक्षता हासिल करेगा।