
सन्दर्भ-हाल ही में बेंगलुरु स्थित इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस ने भारत के सबसे शक्तिशाली सुपर कंप्यूटर “परम प्रवेगा” इंस्टाल कर चालू किया।
प्रमुख तथ्य-इसे C-DAC अर्थात सेण्टर फॉर डेवलपमेंट ऑफ़ एडवांस्ड कंप्यूटिंग द्वारा डिज़ाइन किया गया है।
:इस सुपर कंप्यूटर को “राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन” (NSM) के तहत स्थापित किया गया है।
:2015 में IISc ने SahasraT नामक सबसे तेज सुपर कंप्यूटर का निर्माण किया था।
:IISc के पास पहले से ही स्थापित एक अत्यधुनिक सुपर कंप्यूटिंग मिशन है।
परम प्रवेगा के बारे में-:यह देश के सबसे शक्तिशाली सुपर कम्प्यूटरों में से एक है तथा किसी शैक्षणिक संस्थान में अब तक का सबसे बड़ा सुपर कंप्यूटर है।
:इसकी सुपरकंप्यूटिंग क्षमता 3.3 पेटाफ्लॉप है।
:1 पेटाफ्लॉप 1 क्वाड्रिलियन या 1015 ऑपरेशन प्रति सेकंड के बराबर होता है।
:यह सुपर कंप्यूटिंग विषम नोड्स प्रणाली का मिश्रण है।
:इसमें CPU नोड्स के लिए Intel XEON Cascade Lake प्रोसेसर का प्रयोग किया गया है।
“राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन” (NSM)-इसकी शुरुआत 2015 में किया गया था।
:यह देश की कंप्यूटिंग शक्ति को बढ़ावा देने हेतु अपनी तरह का पहला प्रयास है।
:देश में सुपर कंप्यूटिंग बुनियादी ढांचा की स्थापना हेतु इस महत्वकांक्षी परियोजना में 4500 करोड़ का निवेश किया गया है।
:इसका उद्देश्य देश के लिए एक शक्स्तिशाली सुपरकंप्यूटिंग क्षमता बनाना और अनुसंधान को बढ़ावा देने हेतु शक्स्तिशाली कम्प्यूटेशनल सुविधाएँ प्रदान करना है।
:इस मिशन का नेतृत्व इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय तथा विज्ञानं और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है।