सन्दर्भ-देश में पहली बार,भारत में अकादमिक उपयोगकर्ता भारतीय विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं इंजीनियरिंग सुविधाओं के मानचित्र (I-STEM) पोर्टल के माध्यम से बिना किसी शुल्क के मैटलैब सॉफ्टवेयर समूह का उपयोग कर सकेंगे।
प्रमुख तथ्य-I-STEM प्रधानमंत्री विज्ञान,प्रौद्यगिकी,और नवाचार सलाहकार परिषद (PM-STIAC) के तत्वाधान में भफ्रत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के कार्यालय की एक पहल है।
:भारत में कही से पहुंच के लिए इसे क्लॉउड सर्वर पर डाला गया है।
:2020 के भारतीय विज्ञान कांग्रेस के दौरान,प्रधानमंत्री ने I-STEM पोर्टल को अनुसंधान एवं विकास सुविधाओं को साझा करने के लिए राष्ट्रीय वेब पोर्टल के रूप में लॉन्च किया था।
:इसका उद्देश्य अनुसंधानकर्ताओं को संसाधनों से जोड़कर अनुसंधान एवं विकास परितंत्र को देसी स्तर पर प्रौद्योगिकियों और वैज्ञानिक उपकरण विकास को बढ़ावा देते हुए मजबूत करना है।
:I-STEM एक व्यापक राष्ट्रीय वेब पोर्टल के माध्यम से शोधकर्ताओं को आवश्यक आपूर्ति और सहायता प्रदान करके मौजूदा आर एंड डी सुविधाओं तक पहुंच को संभव बनाता है।
:पोर्टल पूरे भारत में सुविधाओं के डेटाबेस को उपलब्ध कराता है ताकि उनमें से किसी का उपयोग करने के इच्छुक शोधकर्ता इसे खोज सकें और इसका उपयोग करने के लिए ऑनलाइन बुकिंग कर सकें।
:पूरे देश में आर एंड डी सहयोग और कौशल विकास को बढ़ाने के लिए,I-STEM विभिन्न सिटी नॉलेज एंड इनोवेशन क्लस्टर का आयोजन भी करता है जो मुख्य वैज्ञानिक द्वारा समर्थित एक और पहल है।
:इस समय इस पोर्टल में देश भर के 1750 संस्थानों के 25,000 से अधिक उपकरण सूचीबद्ध है और इसमें 20,000 से अधिक भारतीय शोधकर्ता हैं।
:पोर्टल में स्वदेशी रूप से विकसित प्रौद्योगिकियों और उत्पादों का एक डिजिटल सूची भी शामिल किया गया है।
:मैटलैब को मैथवर्क्स ने विकसित किया है जो एक मालिकाना बहु-प्रतिमान प्रोग्रामिंग भाषा और संख्यात्मक कंप्यूटिंग वातावरण है।
:मैटलैब के दुनिया भर में 40 लाख से अधिक उपयोगकर्ता हैं।
:इसमें मैट्रिक्स जोड़तोड़,फंक्शन और डेटा की प्लॉटिंग,एल्गोरिदम के कार्यान्वयन,उपयोगकर्ता इंटरफेस के निर्माण और अन्य भाषाओं में लिखे गए प्रोग्रामिंग के साथ इंटरफेसिंग की अनुमति मिलती है।