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EPI रिपोर्ट- 2022
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सन्दर्भ:

: नीति आयोग ने भारत के राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के लिए निर्यात तैयारी सूचकांक रिपोर्ट – 2022/EPI रिपोर्ट- 2022 का तीसरा संस्करण जारी कर रहा है।

इसका उद्देश्य है:

: राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की ताकत और कमजोरियों की पहचान करने के लिए निर्यात-संबंधी मापदंडों पर उनका व्यापक विश्लेषण करना।
: राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों की उपलब्धियों को उजागर करना और प्रतिस्पर्धी संघवाद की भावना को बनाए रखने के लिए राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के बीच सहकर्मी सीखने को प्रोत्साहित करना।

EPI रिपोर्ट- 2022 के बारे में:

: रिपोर्ट में भारत के निर्यात प्रदर्शन पर चर्चा की गई है, इसके बाद देश के क्षेत्र-विशिष्ट निर्यात प्रदर्शन का अवलोकन किया गया है।
: EPI रिपोर्ट- 2022 देश में हमारे जिलों को निर्यात केंद्र के रूप में विकसित करने की आवश्यकता पर प्रकाश डालती है और देश में व्यापारिक निर्यात का जिला-स्तरीय विश्लेषण करती है।
: ईपीआई एक व्यापक उपकरण है जो भारत में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की निर्यात तैयारियों को मापता है।
: इसके मुख्य स्तम्भ(Pillar) है-
1-नीति स्तंभ:
: राज्य और जिला स्तर पर निर्यात-संबंधी नीति पारिस्थितिकी तंत्र को अपनाने के साथ-साथ पारिस्थितिकी तंत्र के आसपास के संस्थागत ढांचे के आधार पर राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करता है।
2- व्यावसायिक पारिस्थितिकी तंत्र:
: किसी राज्य/केंद्र शासित प्रदेश में मौजूदा कारोबारी माहौल के साथ-साथ व्यवसाय-सहायक बुनियादी ढांचे और राज्य/केंद्र शासित प्रदेश की परिवहन कनेक्टिविटी की सीमा का आकलन करता है।
3- निर्यात पारिस्थितिकी तंत्र:
: किसी राज्य/केंद्र शासित प्रदेश में निर्यात-संबंधित बुनियादी ढांचे, निर्यातकों को प्रदान की जाने वाली व्यापार सहायता और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए राज्य/केंद्र शासित प्रदेश में अनुसंधान और विकास की व्यापकता पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
4- निर्यात प्रदर्शन:
: एक आउटपुट-आधारित संकेतक जो पिछले वर्ष की तुलना में किसी राज्य के निर्यात की वृद्धि का आकलन करता है और वैश्विक बाजारों पर इसके निर्यात एकाग्रता और पदचिह्न का विश्लेषण करता है।


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By gkvidya

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