सन्दर्भ:
:यूएस डेमोक्रेटिक रिप्रेजेंटेटिव रो खन्ना ने कहा कि अमेरिकी सरकार को रूस से S-400 मिसाइल हथियार प्रणाली की खरीद के लिए CAATSA-काउंटरिंग अमेरिकाज एडवर्सरीज थ्रू सेंक्शंस एक्ट के तहत भारत पर प्रतिबंध नहीं लगाने चाहिए।
CAATSA के बारें में:
:CAATSA एक कानून है जो 2017 में अमेरिका में लागू हुआ, जिसका उद्देश्य आर्थिक प्रतिबंधों का उपयोग करके रूस, उत्तर कोरिया और ईरान के साथ गहरे जुड़ाव वाले देशों को दंडित करना है।
:इसने कहा कि रूसी खुफिया और सैन्य एजेंटों के साथ “महत्वपूर्ण लेनदेन” करने वाले देशों पर कम से कम पांच प्रकार के प्रतिबंध होंगे।
:साधारण लेन-देन प्रतिबंधों को आमंत्रित नहीं करेगा, और उन पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय “महत्वपूर्ण लेनदेन” की व्याख्या के लिए नीचे आता है।
:यह उल्लिखित विभिन्न छूटों या छूटों में से एक है, जैसे कि लेन-देन से अमेरिकी रणनीतिक हितों को प्रभावित नहीं करना, उन गठबंधनों को खतरे में नहीं डालना, जिनका वह हिस्सा है, आदि।
:कानून की धारा 231 39 रूसी संस्थाओं को अधिसूचित करती है, जिसमें रोसोबोरोनएक्सपोर्ट, सुखोई एविएशन, रूसी विमान निगम मिग जैसी सभी प्रमुख रक्षा कंपनियां शामिल हैं, जिनके साथ लेन-देन प्रतिबंधों को आमंत्रित कर सकता है।
:S-400 सिस्टम बनाने वाले Almaz-Antey Air and Space Defence Corporation JSC इस लिस्ट में हैं।
:भारत ने S-400 Triumf मिसाइल सिस्टम खरीदा है, जिसमें लक्ष्य से दूरी तय करने और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल हमला करने की उन्नत क्षमता है।