सन्दर्भ:
: एक नया वृत्तचित्र – गुजरात में सिद्दी समुदाय के संगीत और नृत्य प्रदर्शन पर केंद्रित है, जिसे धमाल (Dhamaal) कहा जाता है।
धमाल के बारें में:
: धमाल सूफी और अफ्रीकी (ज्यादातर पूर्वी अफ्रीकी) संगीत और नृत्य परंपराओं का मिश्रण है।
: यह विशेष रूप से गुजरात के सिद्धियों की आध्यात्मिक प्रथाओं को संदर्भित करता है।
: सिद्दी लगभग हर धमाल गाने की शुरुआत शंख बजाकर करते हैं।
: वाद्य यंत्र: मुंडो और पैरों की धीमी गति जैसे पूर्वी अफ्रीकी टक्कर उपकरण
: धमाल उनके आध्यात्मिक नेताओं – बावा गोर, माई मिश्रा, बाबा हबाश और सिदी नबी सुल्तान की याद में किया जाता है।
: वे दो तरह से किए जाते हैं – डांस धमाल (बैठने और नृत्य की स्थिति) और बैठकी धमाल (केवल बैठने की स्थिति)