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India Innovation Index 2021 Jari Kiya NITI Aayog
India Innovation Index 2021- NITI Aayog
Photo:Twitter

सन्दर्भ:

:नीति आयोग (NITI Aayog),21 जुलाई, 2022 को India Innovation Index 2021 (भारत नवाचार सूचकांक) के तीसरे संस्करण (Third Edition) को जारी करेगा

India Innovation Index 2021:

:इसके पहले और दूसरे संस्करण को क्रमशः अक्टूबर, 2019 और जनवरी, 2021 में जारी किया गया था।
:सूचकांक के तीसरे संस्करण का विमोचन देश को एक नवाचार-संचालित अर्थव्यवस्था में बदलने के लिए सरकार की निरंतर प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।
:India Innovation Index 2021 को उस महामारी की पृष्ठभूमि के परिप्रेक्ष्य में तैयार किया गया है जिसने वैश्विक जनसांख्यिकीय परिदृश्य को अस्त-व्यस्त कर दिया है।
:ऐसे चुनौतीपूर्ण समय में लचीलेपन और संकट से प्रेरित नवाचारों ने भारत को वापस अपनी गति प्राप्त करने में मदद की है।
:उप-राष्ट्रीय स्तर पर नवाचार क्षमताओं और पारिस्थितिक तंत्र की जांच करने वाला इंडिया इनोवेशन इंडेक्स 2021 इस तरह के संकट-संचालित नवाचार को बढ़ावा देने के लिए हाल के कारकों और उत्प्रेरकों पर प्रकाश डालता है।
:तीसरा संस्करण ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स (GII) के ढांचे के आधार पर प्रारूप तैयार करके देश में नवाचार विश्लेषण के दायरे को मजबूत करता है।
:नया ढांचा पिछले संस्करण (जैसे इंडिया इनोवेशन इंडेक्स 2020) में प्रयुक्त किए गए 36 संकेतकों की तुलना में 66 अद्वितीय संकेतकों के साथ भारत में नवाचारों के प्रदर्शन को मापने के लिए एक अधिक सूक्ष्म और व्यापक दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है।
:इस व्यापक ढांचे के द्वारा India Innovation Index 2021 भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के नवाचार प्रदर्शन का मूल्यांकन करता है।
:राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को उनके प्रदर्शन की प्रभावी तुलना करने के लिए 17 ‘प्रमुख राज्यों’, 10 ‘पूर्वोत्तर और पहाड़ी राज्यों’ तथा 9 ‘केंद्र शासित प्रदेशों एवं शहर राज्यों’ में बांटा गया है।
:India Innovation Index 2021 में एक विशेष खंड भी प्रस्तुत किया गया है,जिसके तहत संकेतकों में सुधार का मूल्यांकन करके इन नवाचार चालकों (इनोवेशन ड्राइवर्स) के विस्तृत विश्लेषण को प्रदर्शित किया गया है।
:भारत नवाचार सूचकांक के साथ ही नीति आयोग ने देश के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र को बेंचमार्क करने के लिए एक सुसंगत उपकरण विकसित करने का अभियान शुरू किया है ताकि उनके बीच प्रतिस्पर्धी और सहकारी संघवाद दोनों को ही बढ़ावा मिल सके।


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By gkvidya

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