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सन्दर्भ–उत्तर प्रदेश के आगरा में “कला की प्रशंसा” और “कौशल का वैभव” का एक प्रभावी अभियान, हुनर हाट (Hunar Haat) का 41वां संस्करण आयोजित किया जा रहा है।
प्रमुख तथ्य-इसका आयोजन 18 मई से 29 मई, 2022 तक किया जाएगा।
:आगरा में ताजगंज के शिल्पग्राम में आयोजित इस 12 दिवसीय “हुनर हाट” में देश के 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 800 से अधिक कारीगर तथा शिल्पकार भाग ले रहे हैं।
:19 मई, 2002 को इस “हुनर हाट” “कौशल कुबेर का कुंभ” का औपचारिक उद्घाटन भी किया जाएगा।
:“हुनर हाट” , “वोकल फॉर लोकल” और “आत्मनिर्भर भारत” को मजबूत करने के लिए एक “विश्वसनीय और उत्कृष्ट” मंच बन गया है।
:यह देश की कला और शिल्प की सदियों पुरानी समृद्ध विरासत के “संरक्षण, सुरक्षा और संवर्धन” में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
:“हुनर हाट” ने जाति,समुदाय, क्षेत्र और धर्म की बाधाओं को दूर करते हुए पिछले 6 वर्षों में समाज के सभी वर्गों के लगभग 10 लाख 50 हजार कारीगरों और शिल्पकारों को रोजगार तथा स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए हैं,जिनमे 50% से अधिक लाभार्थी सभी वर्गों की महिला कारीगर हैं।
:भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय के वर्चुअल और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म http://hunarhaat.org तथा गवर्नमेंट-ई-मार्केटप्लेस (GeM) पोर्टल पर भी उपलब्ध है।
:हुनरहाट” में मिट्टी के बर्तनों से लेकर लकड़ी और चंदन से निर्मित सामान, मिट्टी के काम से लेकर कांच का काम, पीतल से लेकर लोहे का सामान, हथकरघा से लेकर हस्तशिल्प और अन्य उत्पादों के शानदार हस्तनिर्मित उत्पाद उपलब्ध हैं।
:लोग “मेरा गांव, मेरा देश” (फूड कोर्ट) में देश के विभिन्न क्षेत्रों के पारंपरिक खाद्य पदार्थों का भी आनंद ले सकते है।
:“विश्वकर्मा वाटिका”, पारंपरिक सर्कस, लेजर शो, प्रसिद्ध और उभरते कलाकारों के शानदार संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रम, सेल्फी पॉइंट आदि इस “हुनर हाट” के प्रमुख आकर्षण हैं।