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पेगासस पर विशेषाधिकार प्रस्ताव

संदर्भ-कांग्रेस ने केंद्र सरकार द्वारा संसद और सुप्रीम कोर्ट से पेगासस मामले पर झूठ बोलने के आरोप में केंद्रीय सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव के खिलाफ संसद के विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाने की मांग की है।
आरोप-:पेगासस पर न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार के दावों के बाद कांग्रेस पार्टी ने सरकार पर संसद को गलत जानकारी देने का आरोप लगाया है।
:यह भी कहा गया कि भारत ने हथियारों के 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर के पैकेज के हिस्से के रूप में इसराइली स्पाईवेयर पेगासस को ख़रीदा था।
:विपक्ष का कहना है कि सरकार ने इस स्पाईवेयर के माध्यम राजनीतिज्ञों,पत्रकारों,न्यायाधीश और नागरिक समाज के लोगो की जासूसी कराई गई है।
:अश्विनी वैष्णव के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव इसलिए लाया जा रहा है क्योंकि उन्होंने ही सरकार की तरफ से सबसे पहले पेगासस विवाद पर 2021 में मानसून सत्र के दौरान 19 जुलाई को बयान दिया था,इस विषय पर मीडिया रिपोर्टों को “सनसनीखेज” और “भारतीय लोकतंत्र और उसके प्रतिष्ठित संस्थानों को बदनाम करने” की कोशिश बताया था.
:सरकार ने भी स्पष्ट किया है कि उसने कभी भी पेगासस स्पाईवेयर नहीं ख़रीदा है।
क्या है पेगासस स्पाईवेयर-:पेगासस एक पारकर मालवेयर या सॉफ्टवेयर है जिसे स्पाईवेयर के रूप में वर्गीकृत किया गया है इसे किसी भी लक्षित व्यक्ति के फ़ोन,लैपटॉप या कंप्यूटर या अन्य उपकरणों में बीना जानकारी दिए इंस्टाल कर उस व्यक्ति की सारी जानकारी चुरा लेता है।
:इसे 2010 स्थापित इजराइली कंपनी NSO ग्रुप द्वारा विकसित किया है।
कैसे काम करता है पेगासस-बहुत आसानी से फ़ोन में व्हाट्सऐप में एक मिस्ड कॉल के द्वारा इंस्टॉल कर दिया जाता है जबकि आई फ़ोन में आई मैसेज दे द्वारा हो जाता है,हालांकि यह जीरो क्लिक मेथड द्वारा भी इंस्टॉल हो जाता है।
मामला क्या था-मीडिया समूह द्वारा जुलाई 2021 में यह रिपोर्ट किया गया था की पेगासस का उपयोग दुनिया भर के सरकारों,पत्रकारों,उच्च पदस्थ लोगो,तथा विरोधियों के जासूसी के लिए किया गया,भारत में द वायर रिपोर्ट किया कि सरकार ने राहुल गाँधी की जासूसी में पेगासस का उपयोग किया है,इसमें अन्य लोग चुनाव आयुक्त अशोक लवासा का नाम भी शामिल था।
:पेगासस को लेकर तब से देश में हलचल मची है।

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By gkvidya

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