Mon. Nov 4th, 2024
सागर समृद्धिसागर समृद्धि Photo@Twitter
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सन्दर्भ:

: केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग (MoPSW) तथा आयुष मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने आज मंत्रालय की ‘अपशिष्ट से संपदा’ पहल में तेजी लाने के लिए ‘सागर समृद्धि’ (SAGAR SAMRIDDHI) का शुभारंभ किया।

सागर समृद्धि के बारें में:

: सागर समृद्धि’ – ऑनलाइन ड्रेजिंग निगरानी प्रणाली है।
: इसका विकास पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय की तकनीकी शाखा राष्ट्रीय बंदरगाह जलमार्ग एवं तट प्रौद्योगिकी केंद्र (NTCPWC) द्वारा किया गया है।
: इस नई प्रौद्योगिकी से ड्राफ्ट एंड लोडिंग मॉनिटर (DLM) प्रणाली की पुरानी प्रणाली के मुकाबले उल्लेखनीय सुधार आएगी है।
: यह प्रणाली कई इनपुट रिपोर्ट जैसे दैनिक ड्रेजिंग रिपोर्ट, ड्रेजिंग से पहले और बाद के सर्वेक्षण डेटा को प्रसंस्कृत करने और रीयल टाइम ड्रेजिंग रिपोर्ट तैयार करने के बीच समन्वय लाएगी।
: ‘सागर समृद्धि’ निगरानी प्रणाली दैनिक और मासिक प्रगति विज़ुअलाइज़ेशन, ड्रेजर निष्पादन और डाउनटाइम निगरानी, लोडिंग, अनलोडिंग और निष्क्रिय समय के स्नैपशॉट के साथ इजी लोकेशन ट्रैक डेटा में भी सक्षम बनाएगी।
: इस प्रौद्योगिकी को लागू करना अनिवार्य है जिससे कि मानवीय त्रुटि को न्यूनतम बनाया जा सके।
: अब से प्रमुख बंदरगाह ऑनलाइन ड्रेजिंग निगरानी प्रणाली का उपयोग करने में सक्षम होंगे और परियोजना के कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण बदलाव तथा ड्रेज्ड सामग्री के उपयोग के माध्यम से ड्रेजिंग की लागत में कमी ला सकेंगे।
: इस प्रणाली से पर्यावरण की निर्वहनीयता में सहायता मिलेगी और बंदरगाहों की परिचालनगत लागत में कमी आएगी, जिससे अधिक पारदर्शिता और दक्षता आएगी।
: इससे ‘अपशिष्ट से संपदा’ के रूप में ड्रेजिंग लागत को कम करने में मदद करेगा।

सागर समृद्धि की क्षमताओं में शामिल हैं:

: वास्तविक समय ड्रेजिंग प्रगति रिपोर्ट।
: ड्रेजर निष्पादन और डाउनटाइम निगरानी।
: दैनिक और मासिक प्रगति विज़ुअलाइज़ेशन।
: लोडिंग, अनलोडिंग और निष्क्रिय समय के स्नैपशॉट के साथ इजी लोकेशन ट्रैक डेटा।

NTCPWC:

: इसकी स्थापना, पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के सागरमाला कार्यक्रम के तहत IIT मद्रास में कुल 77 करोड़ रुपये के निवेश के साथ की गई थी।
: इसका उद्घाटन 24 अप्रैल 2023 को श्री सर्बानंद सोनोवाल द्वारा किया गया था।
: इस केंद्र का उद्देश्य देश में एक मजबूत समुद्री उद्योग के निर्माण के अंतिम लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में समाधान निकालने में सक्षम बनाते हुए समुद्री क्षेत्र के लिए अनुसंधान और विकास को सक्षम करना है।
: इस अत्याधुनिक केंद्र में सभी विषयों में बंदरगाह, तटीय और जलमार्ग क्षेत्र के लिए अनुसंधान और परामर्श प्रकृति की 2डी और 3डी जांच आरंभ करने के लिए विश्व स्तरीय क्षमताएं हैं।


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By gkvidya

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