सन्दर्भ:
: संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सभा (UNEA) ने भारत द्वारा प्रस्तुत और श्रीलंका और बोलीविया द्वारा सह-प्रायोजित सतत जीवन शैली (Sustainable Lifestyle) पर एक प्रस्ताव अपनाया।
इसका लक्ष्य है:
: भविष्य की पीढ़ियों के लिए संसाधनों और पारिस्थितिकी तंत्र को संरक्षित करते हुए वर्तमान जरूरतों को पूरा करने के बीच संतुलन बनाए रखना।
सतत जीवन शैली क्या है?
: एक स्थायी जीवनशैली में ऐसे व्यवहार और प्रथाओं को अपनाना शामिल है जो पर्यावरण को होने वाले नुकसान को कम करते हैं, सामाजिक समानता को बढ़ावा देते हैं और वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों के लिए आर्थिक समृद्धि सुनिश्चित करते हैं।
: इसमें शामिल है- सचेत उपभोग, नीतिपरक स्रोत, जिम्मेदार जल उपयोग, नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग, अवशेष कम करना, पर्यावरण अनुकूल परिवहन।
: ज्ञात हो कि यह प्रस्ताव 2012 में Rio+20 में शुरू किए गए सतत उपभोग और उत्पादन (SCP) पर कार्यक्रमों की 10-वर्षीय रूपरेखा को स्वीकार करता है।
: इस ढांचे में छह कार्यक्रम शामिल हैं जिसमे शामिल क्षेत्र है- जीवन शैली, शिक्षा, सरकारी खरीद, उपभोक्ता जानकारी, पर्यटन, भवन एवं निर्माण, खाद्य प्रणालियाँ।
: वन प्लैनेट नेटवर्क द्वारा कार्यान्वित, प्रस्ताव सदस्य देशों से सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने और सतत जीवन शैली के संबंध में शिक्षा और जागरूकता पहल करने का आग्रह करता है।