सन्दर्भ:
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: इससे पहले इस साल मई में, DoT ने नौ से अधिक मोबाइल कनेक्शन वाले व्यक्तियों की पहचान करने के लिए संचार साथी पोर्टल और धोखाधड़ी का पता लगाने वाले तंत्र की शुरुआत की थी।
संचार साथी पोर्टल के तीन सुधार:
: चोरी/खोए हुए मोबाइल को ब्लॉक करने के लिए CEIR
: पंजीकृत कनेक्शन की जांच के लिए अपने मोबाइल कनेक्शन को जानें
: ASTR (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड फेशियल रिकॉग्निशन पावर्ड सॉल्यूशन)।
: धोखाधड़ी वाले ग्राहकों की पहचान के लिए (टेलीकॉम सिम सब्सक्राइबर सत्यापन के लिए)।
पोर्टल की उपलब्धि:
: पोर्टल के माध्यम से 40 लाख से अधिक फर्जी कनेक्शनों की पहचान की गई है और 36 लाख कनेक्शन काट दिए गए हैं।
: आगे की कार्रवाई के लिए डिस्कनेक्ट किए गए नंबरों को वित्तीय संस्थानों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के साथ साझा किया गया है।
DoT द्वारा सिम कार्ड से जुड़ी साइबर धोखाधड़ी से निपटने हेतु कदम उठाए:
: धोखाधड़ी वाले मोबाइल कनेक्शन को कम करने के लिए दूरसंचार विभाग को अब सिम कार्ड डीलरों के पंजीकरण और मजबूत सत्यापन की आवश्यकता है।
: साइबर धोखाधड़ी योजनाओं में शामिल होने के कारण लगभग 67,000 सिम डीलरों को काली सूची में डाल दिया गया है।
: ऐसी गतिविधियों में शामिल पाए जाने वालों को ₹10 लाख का जुर्माना भरना पड़ सकता है
: कंपनियों के लिए बल्क सिम कार्ड का प्रावधान बंद किया जा रहा है, इसके स्थान पर KYC प्रक्रियाओं की आवश्यकता वाली व्यावसायिक प्रणाली लागू की जा रही है।
संचार साथी पहल:
: इसमें IMEI पंजीकरण, धोखाधड़ी का पता लगाने और चेहरे की पहचान-आधारित सत्यापन के लिए मॉड्यूल शामिल हैं।