सन्दर्भ:
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: प्रधान मंत्री ने हाल ही में ‘वर्ल्ड फूड इंडिया 2023′ (World Food India 2023) कार्यक्रम के दूसरे संस्करण का उद्घाटन किया।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य है:
: भारत को ‘दुनिया की खाद्य टोकरी’ के रूप में प्रदर्शित करना और 2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष के रूप में मनाना।
वर्ल्ड फूड इंडिया 2023 के बारें में:
: भारत का खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय 3 से 5 नवंबर 2023 तक नई दिल्ली में इसका आयोजन किया।
: वर्ल्ड फूड इंडिया का पहला संस्करण 2017 में आयोजित किया गया था।
: इसका फोकस एरिया है-
1- सतत विकास को बढ़ावा देना।
2- एक कुशल पारिस्थितिकी तंत्र की स्थापना।
3- बाजरा को सुपरफूड के रूप में उपयोग करना।
4- रणनीतिक क्षेत्रों में विकास की संभावनाओं को उजागर करना।
5- भारत को खाद्य प्रसंस्करण के लिए वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करना।
: ज्ञात हो कि भारत दूध, केला, आम, पपीता, अमरूद, अदरक, भिंडी और भैंस के मांस के उत्पादन में दुनिया में अग्रणी है, और चावल, गेहूं, आलू, लहसुन और काजू के उत्पादन में दूसरे स्थान पर है।
FPI के प्रमुख विकास स्तंभ:
: लघु उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए 2 लाख सूक्ष्म उद्यमों का आयोजन।
: किसान उत्पादन संगठनों (FPO) के माध्यम से छोटे किसानों को सशक्त बनाना।
: स्वयं सहायता समूहों (SHG) के माध्यम से 9 करोड़ से अधिक महिलाओं को शामिल करना।
भारत की FPI की स्थिति:
: भारत के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग (FPI) में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, पिछले नौ वर्षों में एफडीआई निवेश में 50,000 करोड़ रुपये आकर्षित हुए हैं।
: प्रसंस्कृत खाद्य अब कृषि निर्यात में 23% का योगदान देता है, जिसमें कुल मिलाकर 150 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
: प्रसंस्करण क्षमता 200 लाख मीट्रिक टन से अधिक तक विस्तारित हो गई है।
: ज्ञात हो कि भारत में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की गई हैं, जिनमें पीएम किसान संपदा योजना, एक जिला एक उत्पाद योजना, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (PLISFPI) और ईट राइट इंडिया अभियान शामिल हैं।