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वर्ल्ड एनर्जी आउटलुक 2023वर्ल्ड एनर्जी आउटलुक 2023 Photo@IEA
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सन्दर्भ:

: अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA) ने अपनी वर्ल्ड एनर्जी आउटलुक 2023 (World Energy Outlook 2023जारी की है, जिसके अनुसार, भारत में अगले तीन दशकों में ऊर्जा मांग में सबसे अधिक वृद्धि होने की उम्मीद है।

वर्ल्ड एनर्जी आउटलुक 2023 के ऐसे मूल्यांकन के कारण:

: इन परिवर्तनों का श्रेय सरकारी नीतियों को दिया जाता है, जिन्होंने बढ़ी हुई दक्षता और नई प्रौद्योगिकियों के माध्यम से जलवायु प्रतिबद्धताओं को संबोधित करते हुए लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है और उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार किया है।
: भारत के बारे में अन्य आकलन- भारत में पिछले पांच वर्षों में, नई उत्पादन क्षमता में सौर PV का हिस्सा लगभग 60% रहा है।
: विश्व के बारे में अन्य आकलन- वैश्विक ऊर्जा आपूर्ति में जीवाश्म ईंधन की हिस्सेदारी 2030 तक लगभग 80% से घटकर 73% होने का अनुमान है।
: वैश्विक ऊर्जा से संबंधित कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) उत्सर्जन 2025 तक चरम पर होगा।
: हालांकि, भारत का औद्योगिक क्षेत्र 2030 तक 30% कम CO2 उत्सर्जित करेगा, और यात्री कारें प्रति किलोमीटर चलने पर 25% कम CO2 उत्सर्जित करेंगी।

IEA (International Energy Agency) के बारे में:

: 1974 में स्थापित IEA का मुख्यालय पेरिस में है।
: यह तेल आपूर्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक स्वायत्त अंतरसरकारी संगठन है
: सदस्यता 31 देश (भारत सदस्य नहीं है)।
: भारत IEA के ‘संघ देशों’ का हिस्सा है।
: वर्ल्ड एनर्जी आउटलुक हर साल प्रकाशित होता है और ऊर्जा की मांग और आपूर्ति के रुझानों पर महत्वपूर्ण विश्लेषण और अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।


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By gkvidya

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