
सन्दर्भ-राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविन्द ने गुजरात स्थित पोरबंदर के “माधवपुर घेड़ मेले” का उद्घाटन किया।
क्यों शुरू हुआ यह मेला-
:वर्ष 2018 से संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से गुजरात सरकार भगवान श्रीकृष्ण और रुकमिणी के पवित्र बंधन का उत्सव मनाने के लिये इस मेले का आयोजन कर रही है।
प्रमुख तथ्य-इस पांच दिवसीय माधवपुर घेड़ मेले की शुरुआत 10 अप्रैल, 2022 को हुई।
:इसे आजादी के अमृत महोत्सव के क्रम में मनाया जा रहा है।
:बापू के जन्मस्थान पोरबंदर के निकट श्रीकृष्ण की जीवन लीला से जुड़े माधवपुर घेड़ गांव में इस मेले का आयोजन किया जा रहा है।
:श्रीकृष्ण और रुकमिणी के विवाह की लोककथा से पता चलता है कि भारत की सांस्कृतिक एकता कितनी प्राचीन है और हमारी सामाजिक समरसता में उसकी जड़ें कितनी गहरी हैं।
:लोक आस्था के अनुसार, माधवपुर घेड़ वही गांव है,जो दोनों (भगवान श्रीकृष्ण और रुक्मिणी ) के विवाह का साक्षी रहा है।
:माधवपुर मेला गुजरात को एक मजबूत बंधन में पूर्वोत्तर क्षेत्र से बांधता है।
:इस मेले के जरिये लोग,खासतौर से युवा पीढ़ी को हमारी धरोहर,संस्कृति,कला,हस्तशिल्प और पारंपरिक खान-पान के बारे में जानकारी प्राप्त करने का अवसर मिलता है,साथ में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलता है।
:इस मेले में आयोजित उत्सव पूरे देश के लोगों को भावनात्मक रूप से एक-दूसरे से जोड़ेगा।