सन्दर्भ:
: यूनेस्को (UNESCO) के विशेषज्ञों ने लंबे समय से चली आ रही समस्याओं के कारण खतरे में पड़े इतालवी शहर वेनिस को खतरे में विश्व धरोहर स्थलों की सूची में जोड़ने की सिफारिश की है।
कारण क्या है:
: शहर, वर्षों से अत्यधिक पर्यटन और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों से जूझ रहा है, जिससे इसकी सांस्कृतिक और पर्यावरणीय विशेषताओं में गिरावट और क्षति हो रही है, साथ ही यूक्रेन के कीव और ल्वीव को भी इस साल ख़तरे की सूची में डालने की सिफ़ारिश की गई है।
ख़तरे में विश्व धरोहरों की सूची से जुड़े प्रमुख तथ्य:
: संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) खतरे में विश्व विरासत की सूची संकलित करता है।
: सूची में प्राकृतिक आपदाओं, सशस्त्र संघर्षों, युद्धों, प्रदूषण, अनियंत्रित शहरीकरण, अवैध शिकार और निर्बाध पर्यटक विकास जैसी विभिन्न स्थितियों से खतरे में पड़े विश्व धरोहर स्थलों को शामिल किया गया है।
: ज्ञात हो कि यूनेस्को की विश्व धरोहर संपत्ति में उत्तर-पूर्व इटली के वेनेटो क्षेत्र में स्थित वेनिस शहर और उसका लैगून शामिल है।
: शहर को विश्व धरोहर की ख़तरे की सूची में डालने की सिफारिश यूनेस्को और सलाहकार निकाय विशेषज्ञों द्वारा एजेंसी की विश्व धरोहर समिति के 45वें सत्र से पहले अपने अनंतिम एजेंडे में की गई थी।
: सत्र 10-25 सितंबर, 2023 को रियाद, सऊदी अरब में आयोजित होने वाला है।
: समिति सितंबर सत्र में 200 से अधिक साइटों को देखेगी और तय करेगी कि किसे खतरे की सूची में जोड़ा जाए।
: फरवरी 2023 में, शहर सूखे की चपेट में था और इतालवी झीलें और नदियाँ सूख गई थीं।
: नवंबर 2019 में बाढ़ के कारण ऐतिहासिक खजाने और इमारतें खतरे में पड़ गईं।