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'मिर्चा' चावल'मिर्चा' चावल
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सन्दर्भ:

: बिहार के पश्चिमी चंपारण के मिर्चा चावल को GI टैग से सम्मानित किया गया है।

चावल की विशेषताएं:

: दाने का आकार और आकार काली मिर्च के समान दिखाई देता है, इसलिए इसे मिर्चा या मार्चा राइस के नाम से जाना जाता है।
: इस चावल के दाने और गुच्छे में एक अनोखी सुगंध होती है जो इसे अलग बनाती है।
: पके हुए चावल फूले हुए, बिना चिपचिपे, मीठे और पॉपकॉर्न जैसी सुगंध के साथ आसानी से पचने वाले होते हैं।
: धान की खेती करने वालों के पंजीकृत संगठन मार्चा धन उत्पादक प्रगतिशील समूह की ओर से जीआई टैग के लिए आवेदन दिया गया था।
: मिर्चा धान का पौधा लंबा होता है, ये किस्म बुवाई के 145 से 150 दिनों के अंदर पककर तैयार हो जाती है और 20-25 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उपज देती है।
: जीआई रजिस्ट्री चेन्नई की जीआई टैग पत्रिका के अनुसार मिर्चा धान उत्पादक प्रगतिशील समुहाट गांव, सिंगासनी, जिला- पश्चिम चंपारण (बिहार) द्वारा GI टैग के लिए आवेदन दिया गया था, जिसे मंजूरी दे दी गई है।


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By gkvidya

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