सन्दर्भ-केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के बीच एक मेजबान देश समझौते पर हस्ताक्षर के साथ डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन (WHO GCTM) की स्थापना को स्वीकृति दे दी है।
प्रमुख तथ्य-इसकी स्थापना आयुष मंत्रालय के अंतर्गत गुजरात के जामनगर में की जाएगी।
:यह दुनिया भर में पारंपरिक चिकित्सा के लिए प्रथम और एकमात्र आउटपोस्टिड वैश्विक केंद्र होगा।
:यह पारंपरिक चिकित्सा से जुड़े सभी वैश्विक स्वास्थ्य मामलों में नेतृत्व प्रदान करेगा और साथ ही पारंपरिक चिकित्सा अनुसंधान, प्रथाओं और सार्वजनिक स्वास्थ्य से संबंधित विभिन्न नीतियों को आकार देने में सदस्य देशों को समर्थन प्रदान करेगा।
:13 नवंबर, 2020 को 5वें आयुर्वेद दिवस के अवसर पर भारत में WHO-GCTM की स्थापना की घोषणा की गई थी।
:इस केंद्र की स्थापना के लिए गतिविधियों के समन्वय,निष्पादन और निगरानी के लिए एक संयुक्त कार्य बल (JTF) का गठन किया गया है।
:इस जेटीएफ में भारतीय सरकार,भारत के स्थायी मिशन,जिनेवा व WHO के प्रतिनिधि शामिल है।
इसके लाभ क्या है:1-पुरी दुनिया में आयुष प्रणालियों की स्थापना।
2-पारम्परिक चिकित्सा से जुड़े वैश्विक स्वास्थ्य मामलों पर नेतृत्व देना।
3-पारंपरिक चिकित्सा की गुणवत्ता,सुरक्षा और प्रभावकारिता,पहुंच और तर्कसंगत उपयोग को सुनिश्चित करना।
4-प्रासंगिक तकनिकी क्षेत्रों में मानदंड,मानक और दिशा निर्देश विकसित करना।
5-यह उद्देश्य की प्रासंगिकता के क्षेत्रों में विशिष्ट क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण कार्यक्रम विकसित करना।