सन्दर्भ:
: भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी- इसरो की मदद से इस महीने भारत का पहला ओपन-सोर्स उपग्रह ‘InQube’ लॉन्च किया जाएगा।
ओपन-सोर्स उपग्रह ‘InQube’ के बारें में:
: InQube को जम्मू में BSF सीनियर सेकेंडरी स्कूल के 12वीं कक्षा के छात्र ओंकार बत्रा द्वारा विकसित किया गया था।
: इसे पैराडॉक्स सोनिक स्पेस रिसर्च एजेंसी के बैनर तले तैयार किया गया था और इस महीने इसरो की मदद से लॉन्च किया जाएगा।
: इसका वजन एक किलोग्राम है और इसे नैनो टेक्नोलॉजी की मदद से विकसित किया गया है।
: भारत में इसकी लॉन्चिंग की लागत 20-80 लाख रुपये है, जबकि विदेशों में यह कीमत करोड़ों में जाती है।
: अंतरिक्ष में प्रक्षेपित प्रत्येक उपग्रह का एक विशेष मिशन होता है।
: इसके भी दो मिशन हैं-
1- क्या इतना हल्का उपग्रह अंतरिक्ष में काम कर सकता है।
2- वहाँ के तापमान को देखेगा ताकि शोधकर्ताओं को यह जानने में मदद मिल सके कि मौसम की स्थिति कैसी है और अगर वे अंतरिक्ष में एक उपग्रह लॉन्च करना चाहते हैं तो यह कितना कठिन है।
: देश के पहले निजी तौर पर विकसित रॉकेट-विक्रम-एस का प्रक्षेपण 18 नवंबर को इसरो द्वारा किया गया था।
: लॉन्च वाहन का नाम भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक स्वर्गीय विक्रम साराभाई को श्रद्धांजलि के रूप में रखा गया था।
: स्काईरूट के अनुसार, लॉन्च व्हीकल विक्रम की तकनीकी वास्तुकला मल्टी-ऑर्बिट इंसर्शन और इंटरप्लेनेटरी मिशन जैसी अद्वितीय क्षमताओं की पेशकश करती है, जबकि छोटे उपग्रह ग्राहकों की जरूरतों के व्यापक स्पेक्ट्रम को कवर करने वाले अनुकूलित, समर्पित और राइड-शेयर विकल्प प्रदान करती है।