सन्दर्भ:
:ओपिनियम रिसर्च द्वारा कंजर्वेटिव पार्टी के सदस्यों के एक सर्वेक्षण में ब्रिटेन की विदेश सचिव Liz Truss देश के अगले प्रधानमंत्री बनने की प्रतियोगिता में अपने प्रतिद्वंद्वी ऋषि सुनक से 22% अंक से आगे हैं।
Liz Truss की वरीयता के प्रमुख तथ्य:
:पार्टी के 450 सदस्यों के एक नमूने में,जिन्होंने तय किया था कि वे चल रहे नेतृत्व चुनाव में कैसे मतदान करेंगे, Liz Truss, जो अन्य चुनावों में भी स्पष्ट रूप से आगे चल रही हैं, को 61% पर,और पूर्व वित्त मंत्री श्री ऋषि सुनक को 39%,के साथ अपने ओपिनियम पर रखा गया।
:सत्तारूढ़ रूढ़िवादियों के लगभग 200,000 सदस्य प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन के प्रतिस्थापन पर निर्णय लेने के लिए मतदान कर रहे हैं, जिन्होंने घोटालों की एक श्रृंखला और एक संसदीय विद्रोह के बाद जुलाई में कहा था कि पार्टी द्वारा एक प्रतिस्थापन चुनने के बाद वह पद छोड़ देंगे।
:वोटिंग वरीयता व्यक्त नहीं करने वालों सहित कुल नमूना आकार 570 था।
:उनमें से एक तिहाई से भी कम, 29% ने कहा कि उन्होंने पहले ही मतदान कर दिया है और 47% ने कहा कि उन्होंने अपना मन बना लिया है।
:केवल 19% ने कहा कि वे अभी भी अपना विचार बदल सकते हैं।
:5 सितंबर को घोषित होने वाले विजेता के साथ,डाक मतपत्र द्वारा नेतृत्व का वोट हो रहा है।
:यह मतदान 8 अगस्त से 12 अगस्त के बीच हुआ था।
ट्रस का समर्थन करने के कारण:
:सर्वेक्षण से पता चलता है कि सुश्री ट्रस का समर्थन करने के शीर्ष तीन कारण मिस्टर सुनक की नापसंदगी।
:यह धारणा कि वह अधिक भरोसेमंद थीं।
:और वह मिस्टर जॉनसन के प्रति वफादार रहीं है।
नोट:
:पोलस्टर ने कहा कि उन्होंने पार्टी के सदस्यों के बीच ‘जॉनसन नॉस्टेल्जिया’ देखा है,जो इस बात की ओर इशारा करते हुए कि 63% सुश्री ट्रस के पदभार संभालने के बजाय जॉनसन प्रभारी बने रहेंगे।
:मिस्टर जॉनसन के लिए मिस्टर सुनक पर वरीयता 68% पर और भी मजबूत थी।
ऋषि सुनक के बारें में:
:भारतीय मूल के ऋषि सुनक का जन्म 12 मई 1980 को सॉउथैंप्टन,हैम्पशायर में हुआ।
:शिक्षा ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय से स्नातक के बाद, MBA स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से।
:सुनक ने अगस्त 2009 में भारतीय अरबपति, सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस के संस्थापक, एन. आर. नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से विवाह की।
:यॉर्कशर के रिचमंड से सांसद रहे ऋषि सुनक 2015 में पहली बार संसद पहुंचे थे,ब्रेग्जिट के समर्थन के कारण चर्चा में रहे और कद बढ़ा।
:उन्होंने 2017 से हाउस ऑफ कॉमन्स में भगवद गीता पर शपथ ली।
:पूर्व प्रधानमंत्री थेरेसा में की सरकार के संसदीय अवर सचिव के रूप में कार्य किया।
:थेरेसा में, के इस्तीफे के बाद ऋषि सुनक ने बोरिस जॉनसन के कंजरवेटिव नेता बनने के अभियान का समर्थक किया।
:ट्रेजरी का मुख्य सचिव नियुक्त हुए,और चांसलर के रूप में भी अपनी सेवाएं दी।
:ऋषि सुनक ने ब्रिटेन के वित्त मंत्री के पद से 2022 में इस्तीफे दे दिया था,इसके तुरंत बाद चार कैबिनेट मंत्री, 22 मंत्री, 22 संसद के निजी सचिव और 5 अन्य लोगों ने इस्तीफा दे दिया था,जिसके चलते बोरिस जॉनसन को इस्तीफा देना पड़ा।
:हालांकि ऋषि सुनक की लोकप्रियता में उस समय गिरावट देखने को मिली थी,जब पार्टीगेट स्कैंडल में इनका नाम आया,जुर्माना लगा।
:इस स्कैंडल में बोरिस जॉनसन की काफी बदनामी हुई।