
सन्दर्भ- कल लोकसभा में केंद्रीय उपभोक्ता कार्य,खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे ने बताया कि भारतीय मानक ब्यूरो BIS ने पेयजल से जुड़े दो भारतीय मानक बनाए है।
प्रमुख तथ्य-ये मानक है:
1-पेयजल विशिष्टता के लिए आईएस 10500:2012
2-पेयजल आपूर्ति प्रबंधन प्रणाली के लिए आईएस 17482:2020
:हालांकि देशभर में पेयजल आपूर्ति से जुड़ी एजेंसियों के लिए बीआईएस गुणवत्ता मानक जरुरी नहीं है।
:2019 से ही भारत सरकार राज्य सरकारों से मिलकर जल जीवन मिशन(JJM)-हर घर जल को लागू कर रही है ताकी प्रत्येक ग्रामीण को नियमित दीर्घकालिक आधार पर पर्याप्त मात्रा में गुणवत्ता वाले जल की आपूर्ति पाइप से किया जा सके।
:इस मिशन के लिए मौजूदा दिशा निर्देश के अनुसार आईएस 10500:2012 को अपनाया जाना है।
:इसके साथ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को वर्ष में एकबार रासायनिक और भौतिक मानकों के लिए,और जीवाणुतत्व मानकों के लिए पेयजल स्रोतों का वर्ष में दो बार जाँच कराने की सलाह दी गई है।
:ज्ञात हो कि जलापूर्ति राज्य का विषय है तथा इससे जुड़ी प्रणालियों की योजना,डिज़ाइन,निष्पादन,संचालन और रखरखाव की जिम्मेदारी राज्य सरकारों के साथ शहरी स्थानीय निकायों की भी है।