सन्दर्भ:
: हरियाणा के पानीपथ में 2G Ethanol Plant का उद्घाटन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी,10 अगस्त 2022 को वर्ल्ड बायोफ्यूल दिवस के अवसर पर वर्चुअल मोड में किए।
इसका उद्देश्य है:
: हरियाणा और आसपास के क्षेत्र में पराली जलाने की समस्या से निपटना।
2G Ethanol Plant के बारे में:
:पानीपत रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स (PRPC) में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) द्वारा सेकेंड-जेनेरेशन (2G) इथेनॉल प्लांट स्थापित किया गया है।
:संयंत्र की क्षमता 100 किलोलीटर/दिन है।
: इस प्लांट में कुल यह 999 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है,और जिसे 35 एकड़ जमीन पर लगाया गया है।
:2G Ethanol Plant को स्थापित करने की घोषणा 10 अक्टूबर 2016 को केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री धर्मेंद्र प्रधान द्वारा की गई थी।
:यह धान किसानों (Paddy Farmers) की आय बढ़ाने के साथ-साथ पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
:गाय-भैंसों से जो गोबर होता है, खेतों से जो कचरा निकलता है, उसके निपटारे के लिए सरकार ने और एक योजना चलाई है, गोबरधन योजना।
:गोबरधन योजना भी किसानों की आय बढ़ाने का एक और माध्यम बन रही है।
2G Ethanol Plant का महत्व क्या है:
:व्यावसायिक आधार पर 2जी एथेनॉल का उत्पादन 90 दिनों के भीतर शुरू हो जाएगा।
:2जी एथेनॉल बायो-रिफाइनरी फीडस्टॉक के रूप में धान की पराली (पराली) का उपयोग करेगी।
:यह एक दिन में 750 टन धान के भूसे को संसाधित करने के बाद प्रति दिन 100 किलोलीटर इथेनॉल का उत्पादन करेगा।
:एथेनॉल उत्पादन के लिए किसानों से धान की भूसी खरीदी जाएगी।
:इसके लिए पानीपत और करनाल में 12 कलेक्शन सेंटर बनाए गए हैं.
:इस प्लांट से करीब 250 लोगों को सीधे तौर पर रोजगार मिलेगा।
:इसमें परोक्ष रूप से 1000 लोगों को भी रोजगार मिलेगा।
:प्रदूषण कम होगा, पर्यावरण की रक्षा में किसानों का योगदान और बढ़ेगा।
:इस प्लांट से पानीपत, करनाल, सोनीपत, जींद, कुरुक्षेत्र, अंबाला और यमुनानगर के किसानों को फायदा होगा।