सन्दर्भ:
: आज 28 मई 2023 को प्रधानमंत्री ने नया संसद भवन राष्ट्र को समर्पित किया।
नया संसद भवन और प्रमुख तथ्य:
: इसका निर्माण केंद्रीय विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत।
: भूनिर्माण समारोह अक्टूबर 2020 में आयोजित किया गया था और 10 दिसंबर 2020 को आधारशिला रखी गई थी।
: सेंट्रल विस्टा के रीडिजाइन के वास्तुकार प्रभारी है बिमल पटेल।
: इमारत का जीवन 150 से अधिक वर्षों का होगा।
: नए परिसर में लोकसभा कक्ष में 888 सीटें और राज्यसभा कक्ष में 384 सीटें होंगी।
: इसमें एक केंद्रीय हॉल नहीं होगा और लोकसभा कक्ष में ही संयुक्त सत्र के मामले में 1224 सदस्य होंगे।
: टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने CPWD द्वारा ₹862 करोड़ के नए संसद भवन के निर्माण कार्य की जिम्मेदारी ली।
: अहमदाबाद स्थित एचसीपी डिजाइन प्लानिंग एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड ने वास्तु परामर्श कार्य का कान्ट्रैक्ट लिया।
: यह विश्व को भारत के दृढ संकल्प का संदेश देता हमारे लोकतंत्र का मंदिर है।
: प्रधानमंत्री ने नवनिर्मित संसद भवन में पूर्व-पश्चिम दिशा की ओर मुख करके शीर्ष पर नंदी के साथ सेंगोल को स्थापित किया।
: उन्होंने दीया भी प्रज्वलित किया और सेंगोल को पुष्प अर्पित किए।
: यह केवल एक भवन नहीं है बल्कि 140 करोड़ भारतवासियों की आकांक्षाओं और सपनों का प्रतिबिंब है।
: यह स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को साकार करने का माध्यम बनेगा।
: इस भवन में विरासत के साथ-साथ वास्तु, कला, कौशल, संस्कृति और संविधान के नोट्स भी हैं।
: लोकसभा की आंतरिक सज्जा की थीम राष्ट्रीय पक्षी मोर और राज्यसभा की थीम राष्ट्रीय फूल कमल पर आधारित है।
: संसद परिसर में राष्ट्रीय वृक्ष बरगद है।
: नए भवन में देश के विभिन्न हिस्सों की विशिष्टताओं को शामिल किया गया है, जैसे राजस्थान से ग्रेनाइट, महाराष्ट्र से लकड़ी और भदोई कारीगरों द्वारा कालीन।
: संसद के निर्माण के दौरान 60,000 श्रमिकों को रोजगार दिया गया था और उनके योगदान को रेखांकित करते हुए सदन में एक नई दीर्घा बनाई गई है।
: नया संसद भवन अपनी सफलता में देश के विश्वास को सुदृढ़ करेगा और सभी को एक विकसित भारत की ओर प्रेरित करेगा।