सन्दर्भ:
: केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने दुनिया का पहला लिक्विड नैनो डीएपी लॉन्च किया।
महत्व क्या है:
: नाइट्रोजन और फास्फोरस युक्त एक नया नैनो उर्वरक – जिसके उपयोग से न केवल भारत की उर्वरक आयात निर्भरता कम होगी बल्कि देश को टिकाऊ खेती की ओर ले जाएगा और इनपुट लागत को कम करके किसानों की आय में वृद्धि करेगा।
नैनो डीएपी के बारे में:
: नैनो डीएपी उर्वरक का दूसरा प्रकार है।
: फरवरी 2021 में लॉन्च की गई इस श्रृंखला में नैनो यूरिया पहली थी।
: 500 मिली नैनो डीएपी की एक बोतल पारंपरिक डीएपी (डाय-अमोनियम फॉस्फेट) के 50 किलो के बैग की जगह ले सकती है।
: नैनो डीएपी की निर्माण इकाइयां कलोल, गुजरात और पारादीप, ओडिशा में इफको द्वारा स्थापित की गई हैं, जिसके पास तरल उर्वरकों के दोनों नैनो वेरिएंट के लिए पेटेंट है।
: संयंत्र पर छिड़काव के माध्यम से तरल डीएपी के उपयोग से उत्पादन की गुणवत्ता और मात्रा दोनों में वृद्धि करने में मदद मिलेगी।
: यह मिट्टी के संरक्षण में भी मदद करेगा क्योंकि तरल डीएपी और तरल यूरिया का उपयोग करके किसान अपनी भूमि में केंचुओं की संख्या बढ़ा सकते हैं और इस प्रकार उत्पादन और आय को कम किए बिना प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ सकते हैं।
: इससे भूमि की उर्वरता बहाल करने में बहुत योगदान मिलेगा और रासायनिक उर्वरकों से होने वाले करोड़ों भारतीयों के स्वास्थ्य को होने वाले खतरे को कम करेगा।