सन्दर्भ:
: संस्कृति मंत्रालय और भारतीय नौसेना ने प्राचीन सिले हुए जहाज निर्माण पद्धति, जिसे टंकाई पद्धति (Tankai Method) के रूप में भी जाना जाता है, को पुनर्जीवित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं।
इसका उद्देश्य है:
: सांस्कृतिक यादों को बढ़ावा देना और हिंद महासागर के तटीय देशों के साथ संबंधों को मजबूत करना।
टंकाई पद्धति के बारें में:
: टंकाई पद्धति एक प्राचीन जहाज निर्माण तकनीक है जिसमें जहाजों के निर्माण के लिए कीलों का उपयोग करने के बजाय लकड़ी के तख्तों को एक साथ सिलना शामिल है।
: यह पद्धति जहाजों को लचीलापन और स्थायित्व प्रदान करती है, जिससे उन्हें उथले और सैंडबार से क्षति होने की संभावना कम हो जाती है।
: 2000 साल पुरानी इस जहाज निर्माण तकनीक को संरक्षित किया जाएगा और इसे फिर से जीवंत किया जाएगा।
इसका महत्व:
: भारत की समृद्ध समुद्री विरासत और सांस्कृतिक इतिहास को संरक्षित करने के लिए सिले हुए जहाज निर्माण पद्धति का पुनरुद्धार महत्वपूर्ण है।