सन्दर्भ:
: पहले WHO पारंपरिक चिकित्सा वैश्विक शिखर सम्मेलन 2023 के परिणाम के रूप में जारी “गुजरात घोषणा” (Gujarat Declaration) दुनिया भर में स्वास्थ्य और कल्याण की बेहतरी के लिए पारंपरिक चिकित्सा की क्षमता का दोहन करने की वैश्विक प्रतिबद्धता पर जोर देती है।
गुजरात घोषणा के प्रमुख तत्व:
वैश्विक प्रतिबद्धताओं की पुनः पुष्टि- :स्वदेशी ज्ञान, जैव विविधता और पारंपरिक चिकित्सा के प्रति प्रतिबद्धता।
: समग्र स्वास्थ्य दृष्टिकोण के लिए कठोर वैज्ञानिक तरीकों पर जोर।
भारत की भूमिका- : WHO वैश्विक पारंपरिक चिकित्सा केंद्र के मेजबान के रूप में भारत का महत्व।
: सदस्य राज्यों और हितधारकों के लिए WHO का समर्थन बढ़ाने में भारत की भूमिका।
पारंपरिक चिकित्सा को बढ़ावा देना- : साक्ष्य-आधारित पारंपरिक पूरक एकीकृत चिकित्सा (TCIM) हस्तक्षेप को बढ़ाना।
: वैश्विक स्वास्थ्य लाभ के लिए क्षेत्रों, विषयों और हितधारकों के बीच सहयोग।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणालियों में एकीकरण- :अनुसंधान पर आधारित राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीतियों और प्रणालियों में TCIM का एकीकरण।
: वैज्ञानिक रूप से सिद्ध TCIM उत्पादों और प्रथाओं का विनियमन और औपचारिक उपयोग।
डिजिटल स्वास्थ्य और जैव विविधता- : TCIM संसाधनों के लिए AI सहित डिजिटल स्वास्थ्य प्रौद्योगिकियों की उन्नति।
: जैव विविधता, स्वदेशी ज्ञान और स्वदेशी लोगों के अधिकारों का संरक्षण।
WHO पारंपरिक चिकित्सा वैश्विक शिखर सम्मेलन 2023 विवरण-: WHO द्वारा आयोजित और आयुष मंत्रालय द्वारा सह-मेजबानी।