![क्विक रियक्शन सर्फेस टू एयर मिसाइल](https://gkvidya.com/wp-content/uploads/2022/09/क्विक-रियक्शन-सर्फेस-टू-एयर-मिसाइल-150x150.jpg)
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सन्दर्भ:
:क्विक रियक्शन सर्फेस टू एयर मिसाइल (QRSM) प्रणाली की छह उड़ानों का रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और भारतीय सेना ने ओडीशा तट के निकट एकीकृत परीक्षण क्षेत्र,चांदीपुर से सफल परीक्षण किया है।
क्विक रियक्शन सर्फेस टू एयर मिसाइल के बारें में:
:यह उड़ान परीक्षण भारतीय सेना द्वारा किये जाने वाले मूल्यांकन परीक्षण का हिस्सा हैं।
:यह उड़ान परीक्षण उच्च गति वाले लक्ष्यों पर किया गया था।
:ये लक्ष्य वास्तविक खतरे की तरह बनाये गये थे, ताकि विभिन्न हालात में हथियार प्रणालियों की क्षमता का आकलन किया जा सके।
:इनमे लंबी दूरी व मध्यम ऊंचाई वाले लक्ष्य, छोटी रेंज वाले लक्ष्य, ऊंचाई पर उड़ने वाले लक्ष्य, राडार पर आसानी से पकड़ में न आने वाले लक्ष्य शामिल थे।
:प्रणाली के काम करने का मूल्यांकन रात व दिन की परिस्थितियों में भी किया गया।
:इसको ध्यान में रखते हुए ही तेजी के साथ दो मिसाइल दागे गए।
:इन परीक्षणों के दौरान, सभी निर्धारित लक्ष्यों को पूरी सटीकता के साथ भेद दिया गया।
:मूल्यांकन के समय हथियार प्रणाली और उसका उत्कृष्ट दिशा-निर्देश और नियंत्रण सटीक पाया गया,इसमें युद्धक सामग्री को भी शामिल किया गया था।
:प्रणाली के प्रदर्शन की पुष्टि आईटीआर द्वारा विकसित टेलीमेट्री, राडार और इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग प्रणाली से भी की गई।
:इन सभी परीक्षणों को स्वदेश में विकसित समस्त उप-प्रणालियों की तैनाती के अंतर्गत किया गया, जिसमें मोबाइल लॉन्चर,स्वदेशी रेडियो फ्रीक्वेंसी सीकर,पूरी तरह स्वचालित कमान और नियंत्रण प्रणाली, निगरानी और बहुपयोगी राडार शामिल है।
:QRSM शस्त्र प्रणाली की नवीनता यह है कि वह चलायमान स्थिति में भी अपना काम कर सकती है।