
Photo:Twitter
सन्दर्भ-केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सरकार मॉडल स्कूल स्थापित करने की प्रक्रिया में है जिसे ‘पीएम श्री स्कूल (PM SHRI SCHOOL)‘ कहा जाएगा।
प्रमुख तथ्य-पीएम श्री स्कूल राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 की प्रयोगशाला होंगे।
:वे भविष्य के लिए छात्रों को तैयार करने के लिए पूरी तरह से सुसज्जित होंगे,जिससे देश भर में शिक्षा प्रणाली मजबूत होंगी।
:उन्होंने राज्यों और शिक्षा पारिस्थितिकी तंत्र से पीएम श्री स्कूलों के रूप में एक फ्यूचरिस्टिक बेंचमार्क मॉडल बनाने के लिए अपनी प्रतिक्रिया देने को कहा।
:अगले 25 साल भारत को एक ज्ञान अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं जो वैश्विक कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।
:मंत्री ने एनईपी के 5+3+3+4 दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला जिसमें प्री-स्कूल से माध्यमिक तक, ईसीसीई पर जोर, शिक्षक प्रशिक्षण और वयस्क शिक्षा, स्कूली शिक्षा के साथ कौशल विकास का एकीकरण और मातृभाषा में सीखने को प्राथमिकता देना शामिल है,जो 21वीं सदी के वैश्विक नागरिक तैयार करने की दिशा में कदम हैं।
:मंत्री ने जोर देकर कहा कि आज सम्मेलन में संरचित और परिणाम-आधारित चर्चाओं में सभी राज्य शिक्षा मंत्रियों के अनुभव और ज्ञान साझा करने से एनईपी 2020 के अनुरूप सीखने के परिदृश्य को बदलने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ेगा।
:शिक्षा बिरादरी कर्नाटक,ओडिशा, दिल्ली, मेघालय, बिहार, उत्तर प्रदेश, गुजरात और हरियाणा के मॉडलों से अत्यधिक लाभान्वित हो सकती है।
:स्कूलों में कौशल और NDEAR और NETF जैसी डिजिटल पहल को भी चलाया जा रहा है।