सन्दर्भ:
: कीलाडी में उत्खनन से दो कारेलियन मोती मिले हैं, जो तमिलनाडु और भारत के पश्चिमी क्षेत्रों, विशेष रूप से महाराष्ट्र और गुजरात के बीच ऐतिहासिक व्यापार संबंधों की पुष्टि करते हैं।
कीलाडी में उत्खनन से जुड़े प्रमुख तथ्य:
: ये कारेलियन मोती, जो आमतौर पर गुजरात और महाराष्ट्र में पाए जाते हैं, खुदाई के दौरान कोंथागई में एक दफन स्थल पर एक कलश के भीतर पाए गए थे।
: पिछले साल, उसी क्षेत्र में 74 कारेलियन मोतियों का भी पता लगाया गया था, जो तमिलनाडु और पश्चिमी भारत के बीच व्यापार संबंधों को और उजागर करता है।
: कारेलियन मोती कारेलियन रत्नों से बनी छोटी सजावटी वस्तुएँ हैं।
: कारेलियन एक लाल-भूरे से नारंगी रंग की चैलेडोनी किस्म है, जो एक प्रकार का माइक्रोक्रिस्टलाइन क्वार्ट्ज है।
: ये मोती अपने जीवंत रंगों के लिए बेशकीमती हैं और सदियों से आभूषणों और सजावटी उद्देश्यों के लिए उपयोग किए जाते रहे हैं।