सन्दर्भ:
: भारत में केंद्रीय शुष्क भूमि कृषि अनुसंधान संस्थान (CRIDA) ने एक अनूठी प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली विकसित की है जिसे “किसान संकट सूचकांक” (Farmers Distress Index) के रूप में जाना जाता है।
किसान संकट सूचकांक का महत्त्व:
: इस सूचकांक का उद्देश्य फसल हानि, विफलता और आय के झटके सहित कृषि संकट को कम करना है, जिसके कारण किसान आत्महत्याओं में वृद्धि हुई है।
: सूचकांक की कार्यप्रणाली में संकट की रिपोर्टों के लिए स्थानीय समाचार पत्रों, समाचार प्लेटफार्मों और सोशल मीडिया की निगरानी करना शामिल है, इसके बाद मानकीकृत प्रश्नों का उपयोग करके संकट के शुरुआती संकेतों का आकलन करने के लिए छोटे और सीमांत किसानों के साथ टेलीफोन पर साक्षात्कार किया जाता है।
: सूचकांक लक्षित हस्तक्षेपों की अनुमति देता है, जैसे कि यदि संकट लिंग आधारित है तो महिलाओं की आय में सुधार पर ध्यान केंद्रित करना।