![CHHATA Scheme](https://gkvidya.com/wp-content/uploads/2022/09/CHHATA-Scheme-150x150.jpg)
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सन्दर्भ:
:ओडिशा सरकार ने CHHATA Scheme अर्थात छत से जलभृत तक कृत्रिम रूप से वर्षा जल का सामुदायिक दोहन और संचयन योजना शुरू की है।
क्या है CHHATA Scheme:
: CHHATA -Community Harnessing and Harvesting rainwater Artificially from Terrace to Aquifer
:इस रूफटॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम (RRHS) को लागू करने के लिए 270 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
:भूजल पर बढ़ते दबाव को दूर करने और घटते भूजल स्तर में सुधार लाने के लिए इस योजना की परिकल्पना की गई थी।
:12 अगस्त 2022 को, मुख्यमंत्री (सीएम) नवीन पटनायक के नेतृत्व में राज्य मंत्रिमंडल ने RRHS को बढ़ावा देने के लिए मंजूरी दे दी थी।
:योजना जल संसाधन विभाग (DOWR) के तहत भूजल विकास निदेशालय (GWD) द्वारा क्रियान्वित की जाएगी।
:इसके लिए ओडिशा सरकार 2022-23 में 270 करोड़ रुपये में से 51.75 करोड़ रुपये और शेष 4 वर्षों में 2026-27 तक 52.56 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
:CHHATA Scheme राज्य के 29,500 निजी भवनों और 52 जल-तनावग्रस्त ब्लॉकों और 27 शहरी क्षेत्रों को कवर करने वाले 1,925 सरकारी भवनों में लागू की जानी है।
:CHHATA Scheme का लक्ष्य 5 साल में 373.52 करोड़ लीटर पानी का संचयन करना है। छत्ता योजना के तहत सालाना औसतन 54 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
:GWD निदेशालय, ओडिशा और केंद्रीय भूजल बोर्ड (CGWB), दक्षिण पूर्वी क्षेत्र (SER) के अनुसार 2020 में, पूरे ओडिशा का वार्षिक भूजल पुनर्भरण 1.37 बीसीएम के वार्षिक प्राकृतिक निर्वहन के साथ 17.08 बिलियन क्यूबिक मीटर (BCM) है।
:जनता को अपने भवनों में इस योजना को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए ओडिशा सरकार आरआरएचएस की लागत का 50% (55,000 रुपये) की सब्सिडी प्रदान करेगी।
:दिशानिर्देशों के अनुसार, निर्दिष्ट नागरिक निकायों में 200 वर्ग मीटर से कम और 3 मंजिल से अधिक नहीं की छत वाले भवन के मालिक इस योजना के तहत आवेदन करने के लिए पात्र हैं।
:ज्ञात हो कि शहरी स्थानीय निकायों के स्तर पर आरआरएचएस की निगरानी समिति का गठन किया जाएगा, जो प्रगति की समीक्षा करने और डीओडब्ल्यूआर और संबंधित जिला कलेक्टरों को रिपोर्ट प्रस्तुत करने में मदद करती है।