सन्दर्भ:
: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भारत-मध्य पूर्व-यूरोप मेगा आर्थिक गलियारे (इंडिया मिडिल ईस्ट यूरोप मेगा इकोनॉमिक कॉरिडोर ) की शुरुआत की घोषणा की।
इंडिया मिडिल ईस्ट यूरोप मेगा इकोनॉमिक कॉरिडोर के बारें में:
: इस पहल में भारत, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, यूरोपीय संघ, फ्रांस, इटली, जर्मनी और अमेरिका शामिल हैं।
: यह भारत, मध्य एशिया और यूरोप के बीच आर्थिक सहयोग का एक बड़ा माध्यम होगा।
: इस कॉरिडोर से दुनिया की कनेक्टिविटी और सस्टेनेबल डेवलपमेंट को एक नई दिशा मिलेने की पूरी संभावना है।
: इस कॉरिडोर में रेलवे, शिपिंग नेटवर्क और सड़क परिवहन मार्ग शामिल होंगे।
: इस प्रोजेक्ट में दो अलग-अलग कॉरिडोर शामिल होंगे।
: पहला पूर्वी कॉरिडोर जो भारत को खाड़ी क्षेत्र से जोड़ेगा।
: दूसरा उत्तरी कॉरिडोर जो खाड़ी क्षेत्र को यूरोप से जोड़ेगा।
: इस इकॉनमिक कॉरिडोर में एक रेल और बंदरगाहों से जुड़ा नेटवर्क बनाया जाएगा जिसमें सातों देश ‘पार्टनरशिप फॉर ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट’ के तहत इन्वेस्टमेंट करेंगे।
: इसे भी चीन के BRI प्रोजेक्ट यानी ‘बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव’ की तर्ज पर ही एक महत्वाकांक्षी योजना के रूप में माना जा रहा है।
: इसको लेकर यूरोपियन कमिशन प्रेसिडेंट ने एक डॉक्युमेंट तैयार किया है, जिसके अनुसार इस प्रोजेक्ट को महाद्वीपों और सभ्यताओं के बीच एक ग्रीन और डिजिटल पुल माना जा रहा है।