![RBI REPO RATES KO BADHAYA](https://gkvidya.com/wp-content/uploads/2022/08/RBI-REPO-RATES-KO-BADHAYA-150x150.jpg)
सन्दर्भ:
:भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के 6 प्रतिशत के लक्ष्य से ऊपर बनी हुई है, मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने शुक्रवार को Repo Rates (रेपो दरों) को तत्काल प्रभाव से 50 आधार अंक बढ़ाकर 5.4 प्रतिशत करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया।
मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) प्रमुख तथ्य:
:रेपो दरों को तत्काल प्रभाव से 50 आधार अंक बढ़ाकर 5.4 प्रतिशत कर दिया गया।
:इससे मौजूदा होम लोन ग्राहकों की उधार दरों और ईएमआई को बढ़ा देगा।
:जबकि आरबीआई गवर्नर ने वित्त वर्ष 2013 के लिए सकल घरेलू उत्पाद की 7.2 प्रतिशत की वृद्धि को बनाए रखा, वर्ष 2022-23 के लिए मुद्रास्फीति 6.7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है।
:बाहरी कारक जो भारत को प्रभावित कर रहे है वो है –
1-मुद्रास्फीति प्रक्षेपवक्र पर प्रभाव,
2-बढ़ी हुई घरेलू मुद्रास्फीति, अगर मानसून और तेल की कीमते सामान्य रहते है तो तब मुद्रास्फीति 6.7 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
3-उच्च मुद्रास्फीति और अस्थिर वित्तीय बाजार।
:आरबीआई का Repo Rates को बढ़ाने का मुख्य कारण रहा, मौद्रिक नीति की कैलिब्रेटेड निकासी और वैश्विक बाजारों में अस्थिरता।
Repo Rates के बारें में:
:वह दर है जिस पर केंद्रीय बैंक अर्थात भारतीय रिज़र्व बैंक किसी भी तरह की धनराशि की कमी होने पर वाणिज्यिक बैंकों को धन देता है,इस प्रक्रिया में केंद्रीय बैंक प्रतिभूति खरीदता है।
:नई दरें है: Repo Rates- 5.4%,बैंक दर- 5.65%, रिवर्स रिपो दर-3.35%, सीआरआ-4.50% और एसएलआर-18.00%