सन्दर्भ:
:भारत ने 21 अक्टूबर 2022 को ओडिशा तट से नई पीढ़ी की परमाणु-सक्षम अग्नि प्राइम मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
अग्नि प्राइम मिसाइल से जुड़े प्रमुख तथ्य:
: यह एक बैलेस्टिक मिसाइल है।
: परीक्षण उड़ान के दौरान, मिसाइल ने अधिकतम सीमा की यात्रा की और सभी परीक्षण उद्देश्यों को सफलतापूर्वक पूरा किया गया।
: इसके लगातार तीसरे सफल उड़ान परीक्षण के साथ, प्रणाली की सटीकता और विश्वसनीयता स्थापित की गई है।
: यह दो चरणों वाली ठोस प्रणोदक अग्नि प्राइम मिसाइल का तीसरा परीक्षण है, जिसमें दोहरी निरर्थक नेविगेशन और मार्गदर्शन प्रणाली है।
: इससे पहले पिछले साल जून और दिसंबर में दो मिसाइलों का सफल परीक्षण किया गया था।
: सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल की मारक क्षमता 1000 से 2000 किमी है।
: परमाणु सक्षम मिसाइल को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है।
: अग्नि प्राइम मिसाइल, बैलिस्टिक मिसाइलों की संपूर्ण अग्नि श्रृंखला में सबसे छोटी और सबसे हल्की, “विकासात्मक और उपयोगकर्ता परीक्षणों” की एक श्रृंखला के बाद पूरी तरह से चालू होने के बाद, भारत की रणनीतिक निरोध क्षमताओं को और मजबूत करेगी।