सन्दर्भ-विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के वर्तमान महानिदेशक (डीजी) टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस अपने दूसरे कार्यकाल के लिए निर्विरोध चुने जा सकते हैं।
प्रमुख तथ्य-:23 मई, 2017 को डब्ल्यूएचओ-डीजी के रूप में चुने जाने से पहले वे इथियोपिया के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री रह चुके है।
:उनका कार्यकाल 1 जुलाई, 2017 को शुरू हुआ था।
:उन्हें वर्तमान में 28 सदस्य देशों का समर्थन प्राप्त है,जिनमे शामिल है-17 यूरोपीय संघ से और तीन अफ्रीका से ऑस्ट्रिया, फ्रांस, केन्या, जर्मनी, स्वीडन, स्पेन और ग्रीस।
:हालाँकि,इथियोपिया ने उत्तरी टाइग्रे क्षेत्र में चल रहे मानवीय संकट पर उसका समर्थन करने से इनकार कर दिया है,जहाँ घेब्रेयसस का जन्म हुआ था,जहां डीजी ने इथियोपिया में चल रहे गृहयुद्ध के बारे में टिपण्णी की थी ,वहीं उनके गृह देश ने उन पर टाइगरियन बलों का समर्थन करने का आरोप लगाया है,जिसका उन्होंने खंडन भी किया है।
:दूसरी और संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और चीन शेष 159 सदस्य देशों में से हैं,जिन्होंने किसी और को नामित नहीं किया है,और न ही उन्होंने घेब्रेयसस के लिए समर्थन व्यक्त किया है।
:अगला डीजी डब्ल्यूएचओ चुनाव प्रोटोकॉल के अनुसार, मई 2022 में 75वीं विश्व स्वास्थ्य सभा में नियुक्त किया जाएगा।
:परंपरागत रूप से, इस चुनाव प्रक्रिया का नेतृत्व सदस्य राज्यों द्वारा पद के लिए नामांकन दाखिल करने के लिए किया जाता है, जिसके लिए समय सीमा 23 सितंबर, 2021 थी।
: इस महीने प्रस्तावों पर विचार किया जाएगा और फिर उनकी जांच की जाएगी।
:अंत में, एक गुप्त मतदान होता है जिसके बाद विश्व स्वास्थ्य सभा की बैठक में महानिदेशक की नियुक्ति की जाती है,एक डीजी को केवल एक बार फिर से नियुक्त किया जा सकता है,इसलिए घेब्रेयसस वर्तमान चुनाव में खड़े होने के योग्य है।
:घेब्रेयसस 24 से अधिक देशों से समर्थन प्राप्त करने वाले पहले WHO-DG हैं और एक अफ्रीकी देश से हैं।
:वह निर्विरोध खड़े होने वाले पहले व्यक्ति नहीं हैं,2012 में, मार्गरेट चान को दूसरे पांच साल के कार्यकाल के लिए चुना गया था,उन्होंने 2006 से 2017 तक इस पद पर सेवा की।
:2017 के चुनावों में,जो घेब्रेयसस ने जीता था, कुल पांच उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया गया था,और ऐसा ही 2003 और 2006 के चुनाव में भी हुआ था।
चुनौती-:घेब्रेयसस का फिर से चुनाव ऐसे समय में हुआ है जब COVID-19 महामारी दुनिया भर में कहर बरपा रही है,विशेष रूप से ओमीक्रोन संस्करण ने एक बार फिर इस क्षेत्रों में किए गए कई काम को पीछे कर दिया है।
:देशों के बीच तनाव बना हुआ है, खासकर SARS-CoV-2 वैरिएंट की उत्पत्ति को लेकर।
:यह भी तर्क दिया गया है कि डब्ल्यूएचओ चीन का पक्ष ले रहा था,जो कथित तौर पर वायरस की उत्पत्ति की गहन जांच की आवश्यकता पर घेब्रेयस के बयान से नाखुश था।
निष्कर्ष- इन सभी इन सभी कारकों के बावजूद, घेब्रेयसस इस चुनाव में एकमात्र विकल्प है।