सन्दर्भ:
: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) इंदौर ने सैनिकों के लिए ट्राई-बोइलेक्ट्रिक नैनोजेनरेटर (TENG प्रौद्योगिकी) तकनीक से लैस विशेष जूते डिजाइन किए हैं।
ट्राई-बोइलेक्ट्रिक नैनोजेनरेटर (TENG प्रौद्योगिकी) तकनीक के बारे में:
: यह यांत्रिक ऊर्जा को बिजली में बदलने के लिए एक स्व-संचालित, व्यवहार्य समाधान है।
: बिजली तलवों में लगे एक उपकरण में संग्रहीत हो जाएगी और इसका उपयोग छोटे उपकरणों को संचालित करने के लिए किया जा सकता है
: विशेषताएँ- यह एक ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (GPS) और रेडियो फ़्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) तकनीकों से लैस है, ये जूते वास्तविक समय में कर्मियों के स्थान को निर्धारित करने में मदद कर सकते हैं।
: इसका अनुप्रयोग-
- TENG प्रौद्योगिकी का उपयोग अल्जाइमर से पीड़ित वरिष्ठ नागरिकों, स्कूली बच्चों और पर्वतारोहियों के स्थान को ट्रैक करने के लिए किया जा सकता है और कारखानों में श्रमिकों की उपस्थिति और काम की निगरानी करने में मदद कर सकता है।
- ये जूते खिलाड़ियों के प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए उनकी गतिविधियों का सटीक विश्लेषण भी कर सकते हैं।
- ट्रेकिंग और पर्वतारोहण के शौकीनों के लिए, ये जूते अपने स्व-संचालित GPS फीचर के साथ अभियानों के दौरान विश्वसनीय ट्रैकिंग प्रदान करते हैं, जिससे सुरक्षा और कुशल नेविगेशन सुनिश्चित होता है।